राजस्थान में ई-स्टूडियो हुआ लॉन्च, अब पढ़ाई होगी आसान
आंध्रप्रदेश की तर्ज पर अब राजस्थान में ई-शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। इसी कड़ी में जयपुर के शिक्षा संकुल में ई-स्टूडियो का शुरू हुआ है।
जयपुर,जागरण संवाददाता। आंध्रप्रदेश की तर्ज पर अब राजस्थान में ई-शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। इसी कड़ी में जयपुर के शिक्षा संकुल में ई-स्टूडियो का शुरू हुआ है। ई-स्टूडियो के माध्यम से स्टूडेंट्स शिक्षाविद्ध एवं अधिकारियों के साथ सीधा संवाद कर सकेंगे। ई-स्टूडियो के जरिए अब प्रदेश भर के अधिकारी अपने-अपने जिलों से जुड़ सकेंगे और शिक्षा की योजनाओं पर चर्चा कर सकेंगे।
सचिवालय में तैनात शिक्षा सचिव से लेकर शिक्षा निदेशक,जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी ई-स्टूडियो के आईसीडी लैब के माध्यम से स्टूडेंट्स के साथ सीधा संवाद कर सकेंगे। अधिकारी स्टूडेंट्स के साथ शिक्षा से जूड़े सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे साथ ही शिक्षा विभाग विषयों से जूड़े कंटेंट पर भी चर्चा करेंगे,जिससे स्टूडेंट्स को अच्छे से अच्छा कन्टेन्ट उपलब्ध करवाया जा सके। भामाशाहों के सहयोग से प्रदेश के साढ़े आठ हजार स्कूलों में लैब उपलब्ध हो चुकी है, शेष सभी स्कूलों में भी लैब शीघ्र तैयार हो जाएगी ।
शिक्षा अधिकारियों को दिए लैपटॉप
राज्य सरकार ने कुछ समय पूर्व जिला शिक्षा अधिकारियों को भी लैपटॉप वितरित किए थे, जिसमें अब विभाग संवाद के लिए साफ्टवेयर अपलोड करेगा। जिसके माध्यम से डीईओ भी सीधा दफ्तर में बैठे विभाग से जुड सकेगा । शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि काफी दिनों से विभाग लगातार प्रयास कर रहा था लेकिन अब जाकर यह प्रयास सफल रहा । 1 करोड 44 लाख 24 हजार रूपए की लागत से तैयार किए गए ई-स्टूडियो से शिक्षा विभाग न केवल देश स्तर पर बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी अलग पहचान बनाएगा ।
इसके साथ सभी स्कूलों को इस तकनीक से जोड़ा जाएगा। ई-स्टूडियो से खास बात ये है कि कार्यालय में में बैठकर अधिकारी प्रदेश के किसी भी स्कूल में इंटरनेट के जरिए जुड़ सकेंगे। इससे समय की बचत तो होगी ही इसके साथ ही शिक्षा विभाग सीधा छात्रों संवाद करके उनकी सभी समस्याओं को जान सकने में सक्षम होगा ।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बजट में ई-साफ्टवेयर बनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद अब बजट घोषणा को पूरा किया गया। इस दौरान शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने निर्देश दिए है कि सभी स्कूलों को जल्द से जल्द ई-स्टूडियो से जोड़ना है ताकि छात्र भी इस तकनीक का लाभ उठा सकें।