उदयपुर, जेएनएन । Durga Puja 2019: राजस्थान के तितरड़ी गांव के एक समाजसेवी ने इस नवरात्र पर अनूठा संकल्प लिया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह गांव में आने वाले पांच साल के दौरान पैदा होने वाली हर बच्ची के नाम पांच हजार रुपये की एफडी कराएगा।
इस बीच उन्होंने पांच नवजात बालिकाओं के नाम एफडी कराने की तैयारी कर ली है। ऐसे अनोखे निर्णय लेने वाले समाजसेवी हैं तितरड़ी के भभूतसिंह सिसोदिया। उनके बेटे राजेंद्रसिंह सिसोदिया गांव के उप सरपंच हैं। उनका कहना है कि पिताजी ने यह अनूठा संकल्प लेकर समाज के समक्ष एक अच्छी पहल की है।
अब पिताजी की आशीर्वाद से गांव के युवकों की एक टीम भी गठित कर ली है जो गांव में पैदा होने वाली हर बेटी का रिकार्ड लेकर उस बेटी के नाम एफडी तैयार कराने में मदद करेंगे। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए काम किया जाएगा। जिस घर में बेटी जन्मेगी, उस परिवार को एक पौधा और ट्री गार्ड भी उपहार में दिया जाएगा।
इस नवरात्र से इसकी पहल शुरू की जा रही है। फिलहाल पांच बेटियों के नाम आए हैं जिनके नाम से एफडी कराई जानी हैं। समाजसेवी भभूतसिंह सिसोदिया पुराने जागीदरार हैं तथा उनके बेटे उपसरपंच के कई उद्योगों के मालिक हैं। होटल कारोबार के अलावा, क्रेशर प्लांट, प्रोपर्टी एवं डवलपर्स कंपनी के मालिक हैं।
पूजा पंडालों में उमड़े श्रद्धालु
नवरात्र के दसवें दिन मंगलवार को मां दुर्गा के दर्शन के लिए राजस्थान के पूजा पंडालों में श्रद्धालु उमड़ पड़े। इसे लेकर पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ पूजा समितियाें ने भी विशेष व्यवस्था की थी। इसके पहले महानवमी की हवन-पूजा संपन्न हुई। अब मंगलवार को रावण वध की तैयारियां भी पूरी कर ली गईं हैं। मंगलवार से प्रतिमाओं का विसर्जन भी शुरू हो जाएगा।
महानवमी की सुबह से देर रात तक पूरे राज्य के पूजा पंडालों में श्रद्धालु उमड़ पड़े।
रावण वध आज
महानवमी के बाद मंगलवार को विजयादशमी है। विजयादशी के दिन रावण वध का कार्यक्रम होगा। इसकी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। नवरात्र पूजा के बाद दशहरा से प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो जाएगा। लेकिन इस बार गंगा और उसकी सहायक नदियों में विसर्जन पर प्रतिबंध है। इसका उल्लंघन करने वालों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यह आदेश नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देश पर प्रशसन ने जारी किया है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
1952 से 2019 तक इन राज्यों के विधानसभा चुनाव की हर जानकारी के लिए क्लिक करें।