केंद्र सरकार को कोविड मैनेजमेंट में विफल बताकर पायलट बोले, सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए
Rajasthan राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को राष्ट्रीय चिकित्सीय आपातकाल के तौर पर देखने की जरूरत बताई है। कोरोना महामारी से निपटने के बजाय राजनीति पर ध्यान दिया गया।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को राष्ट्रीय चिकित्सीय आपातकाल के तौर पर देखने की जरूरत बताई है। केंद्र सरकार को कोविड मैनेजमेंट में विफल बताते हुए पायलट ने कहा कि महामारी से निपटने के बजाय राजनीति पर ध्यान दिया गया।
जिम्मेदारी केवल राज्यों पर नहीं छोड़नी चाहिए
मंगलवार को एक बयान में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आगे आकर हालात से निपटने की जिम्मेदारी केवल राज्यों पर नहीं छोड़नी चाहिए। देश को ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और वेंटिलेटर के लिए युद्ध का मैदान नहीं बनने दिया जा सकता है।
परदर्शी ढंग से संसाधनों का वितरण होना चाहिए
पायलट ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सभी आवश्यक संसाधनों के लिए मानदंड तैयार करने चाहिए थे, लेकिन प्रारंभ में ध्यान नहीं दिया गया। परदर्शी ढंग से संसाधनों का वितरण होना चाहिए।
कीमत और मुनाफे का फैसला कंपनियों पर नहीं छोड़े
वैक्सीन की कीमतों को भी नियंत्रित किया जाना चाहिए। पायलट ने कहा कि जीवन रक्षक टीकों की कीमत और मुनाफे का फैसला कंपनियों पर नहीं छोड़ा जाना चाहिए। टीकों के निर्माण में भारत दुनिया में आगे रहा है, लेकिन अब यहां के ही नागरिक वैक्सीन लगवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैँ।