Rajasthan: कोरोना काल ने अर्थव्यवस्था के खोखलेपन को किया उजागर: दीपक शर्मा प्रदीप
Rajasthan स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख दीपक शर्मा प्रदीप के मुताबिक कोरोना काल ने अर्थव्यवस्था के खोखले पन को उजागर किया है। लॉकडाउन से देश के लोग प्रभावित हुए और इसका प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ इस को प्रभावित करने वाले अन्य घटकों पर भी हुआ है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। कोरोना काल ने अर्थव्यवस्था के खोखले पन को उजागर किया है। लगातार लॉकडाउन की मार से देश के 80 करोड़ लोग प्रभावित हुए और इसका प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ इस को प्रभावित करने वाले अन्य घटकों पर भी हुआ है। यह कहना है स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख दीपक शर्मा प्रदीप का। दीपक शर्मा 'प्रदीप' यहां जोधपुर में रविवार को स्वदेशी जागरण मंच के दो दिवसीय प्रांत विचार वर्ग के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। स्वदेशी जागरण मंच के दो दिनों तक चलने वाले इस प्रांत विचार वर्ग में 12 से अधिक विशेषज्ञ आर्थिक नीतियों से जुड़े विविध पहलुओं पर अपना उद्बोधन रखेंगे।
मुख्य वक्ता दीपक शर्मा प्रदीप ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक अगस्त, 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा बिना किसी की राय लिए अपनी मनमानी करते हुए चलाई गई गलत आर्थिक नीतियों से देश के किसानों व मजदूरों को अब तक उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। दुनिया के तमाम विकास के मॉडल्स नाकाम हो रहे है, ऐसे में दत्तोपंत ठेंगड़ी के सुझावों 'पर अमल किया जाना ही अब एकमात्र विकल्प है। अन्यथा ऐसे विकास मॉडल भरभराकर जल्द ही ध्वस्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम के विकास मॉडल के अनुसरण से भारतीय किसानों का भला नहीं हो सकता। भारतीय दृष्टिकोण वसुधैव कुटुंब की सोच ही आर्थिक विकास की अवधारणा है, पर 30 साल में सर्वसमावेशी विचारधारा को तत्कालीन सरकार की नई आर्थिक नीतियों ने बुरी तरह प्रभावित किया है।
कार्यक्रम में प्रांत संघचालक हरदयाल वर्मा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आर्थिक ,वैचारिक और सैन्य शक्ति के साथ साथ इच्छा शक्ति की महती आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जन जागरण अभियान के लिए शोषण आधारित सोच से मुक्ति की जरूरत है, लोक कल्याणकारी काम के जरिए इसे बढ़ावा दिया जा सकता है।पूंजीवाद और साम्यवाद दोनों ही आर्थिक नीतियों का शोषण करते हैं। यह भी एक प्रकार का युद्ध है, जिसे प्रबल इच्छाशक्ति से जीता जा सकता है। विचार वर्ग के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि राधेश्याम रंगा ने आर्थिक परिप्रेक्ष्य में उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया और इस कड़ी में उन्होंने नरेगा को इंडस्ट्री से जोड़ने का महत्वपूर्ण सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि चीन ने भारत का पूरा मार्केट हड़प लिया है। ऐसे में उद्योगों में नरेगा को जोड़े जाने से लेबर की समस्या हल होगी मंच इसके लिए सरकार के पास प्रस्ताव बनाकर भेजें। मंच के राष्ट्रीय परिषद सदस्य देवेंद्र डागा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन जय गोपाल पुरोहित ने किया।
कृषि वैज्ञानिक डॉ डी कुमार की पुस्तक का विमोचन
स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत विचार वर्ग के उद्घाटन सत्र में कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर देवेंद्र कुमार की लिखी पुस्तक 'वैज्ञानिक खेती' का विमोचन मंचासीन मुख्य अतिथियों द्वारा किया गया। डी कुमार ने अपनी पुस्तक वैज्ञानिक खेती में जैविक खेती से होने वाले फायदों को अपनी पुस्तक के माध्यम से प्रकाशित किया है। पुस्तक में किसानों की जानकारी किसानों के द्वारा और किसानों के लिए उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से खेत तथा इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों को सम्मिलित किया गया है।
दो दिन में होगा छह सत्रों का आयोजन
जोधपुर प्रांत संयोजक अनिल कुमार ने बताया कि दो दिन के इस विचार वर्ग में छह सत्रों में 12 विषय विशेषज्ञ अलग-अलग विषयों पर अपने विचार रखेंगे। कार्यक्रम में जोधपुर प्रांत से जुड़े अलग-अलग जिलों से प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इस कार्यक्रम में दो दिनों तक होने वाले विभिन्न सत्रों में स्वदेशी जागरण मंच के प्रांतीय और राष्ट्रीय पदाधिकारियों सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख पंकज कुमार, स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संयोजक धर्मेंद्र दुबे, सह संयोजक डॉ सतीश आचार्य ,डॉक्टर कृष्ण अवतार ,प्रोफेसर डॉक्टर अनिल गुप्ता, प्रोफेसर डॉक्टर अरुण शर्मा , प्रोफेसर डॉक्टर देवेंद्र कुमार , डॉक्टर महेश श्रीमाली , प्रमोद पालीवाल ,सुदेश सैनी , लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल का भी उद्बोधन रहेगा।