4 राज्यों के 1500 गांवों का निर्णय, अब दहेज, मृत्युभोज और नशा बंद
राजपुरोहित समाज के तीर्थ स्थल आसोतरा में जुटे 1500 गांवों के पांच हजार प्रतिनिधियों ने दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर ये निर्णय किए हैं।
जयपुर,[जागरण संवाददाता]।चार राज्यों के राजपुरोहित समाज के 1500 गांवों के प्रतिनिधियों ने दहेज और मृत्युभोज बंद करने एवं नशा नहीं करने का निर्णय किया है। राजस्थान में सीमावर्ती जिले बाड़मेर के आसोतरा में जुटे गुजरात,महाराष्ट्र,राजस्थान और मध्यप्रदेश के राजपुरोहित समाज के पांच हजार प्रतिनिधियों ने सोमवार को दहेज,मृत्युभोज और नशे की कुप्रथा बंद करने का निर्णय लेते हुए तय किया कि जो भी इस निर्णय के खिलाफ जाएगा,उसका समाज से बहिष्कार किया जाएगा।
राजपुरोहित समाज के तीर्थ स्थल आसोतरा में जुटे 1500 गांवों के पांच हजार प्रतिनिधियों ने दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर ये निर्णय किए हैं। अब तक राजपुरोहित समाज में विवाह,मौत सहित अन्य कार्यक्रमों में अफीम एवं डोडा पोस्त का सेवन किया जाता था,अब यह बंद हो जाएगा। विवाह समारोह में भारी खर्चे से बचने के लिए सगाई के मौके पर नारियल एवं 11 रूपए की भेज देने और दहेज में अन्य कोई समान नहीं देने का भी निर्णय किया गया । बारात में अधिकतम 200 लोगों को शामिल करने का भी सम्मेलन में फैसला किया गया।
राजपुरोहित समाज के वेदांताचार्य डॉ.ध्यानाराम महाराज ने बताया कि आसोतरा तीर्थ राजपुरोहित समाज का सबसे बडा तीर्थ है,चारों राज्यों के लोग यहां आते हैँ । यहां जो भी निर्णय होता है,समाज उसे मानता है ।