Priest Murder Case: आरोपित कैलाश मीणा की बेटियां बोली, पुजारी ने खुद को लगाई थी आग
Priest Murder Case आरोपित कैलाश मीणा की दोनों दोनों बेटियों ने पुजारी के घर जबरदस्त हंगामा किया और अपने पिता को गलत फंसाने का आरोप लगाया। यहां मौजूद मीडिया के समक्ष दोनों बेटियों ने दावा किया कि पुजारी ने खुद आग लगाई थी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Priest Murder Case: राजस्थान में करौली जिले के बुकना गांव में पेट्रोल डालकर जिंदा जलाए गए पुजारी बाबूलाल वैष्णव की मौत के मामले में रविवार को उस समय नया मोड़ आ गया, जब आरोपित कैलाश मीणा की दोनों बेटियां पुजारी के घर पहुंच गई। दोनों ने मिलकर पुजारी के घर जबरदस्त हंगामा किया और अपने पिता को गलत फंसाने का आरोप लगाया। यहां मौजूद मीडिया के समक्ष दोनों बेटियों ने दावा किया कि पुजारी ने खुद आग लगाई थी। उन्होंने कहा कि घटना के समय हम खेत में थे, हमारे सामने पुजारी ने खुद को आग लगाई। हमने अपनी आंखों से पुजारी को आग लगाते देखा है, हमने उसे बचाने की कोशिश भी। दोनों बेटियों सरस्वती व मोहनी ने मृतक के परिजनों से कहा कि जमीन को लेकर विवाद अलग बात थी, लेकिन उनके पिता ने बाबूलाल वैष्णव पर पेट्रोल नहीं छिड़का। हंगामा बढ़ा देख मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी दोनों को अपने साथ ले गए।
उधर, दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा रविवार को मृतक पुजारी के परिजनों से मिले। उन्होंने यहां 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मृतक के परिजनों को देने की घोषणा की, लेकिन परिजनों का बैंक खाता बंद होने के कारण सोमवार को यह रकम खाता चालू करा कर ट्रांसफर कर दी जाएगी। कपिल मिश्रा ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं। सरकार अपराधियों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। कांग्रेस नेताओं को हाथरस से पहले राजस्थान को देखना चाहिए। मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि समाज का आखिरी व्यक्ति सबसे कमजोर असहाय उसे देखिये, तो ऐसे व्यक्तियों में पुजारी का भी परिवार है, जिस पर कोई दबंग आकर अत्याचार करता है।
मिश्रा के अतिरिक्त कई संस्थाएं मृतक पुजारी के परिजनों से मिलने पहुंचे। इनमें विश्व सनातन धर्म संस्था उत्तर प्रदेश के अरुण शर्मा ने एक लाख, परशुराम सेना की महिला प्रकोष्ठ ने 21 हजार, विप्र फांउडेशन ने 50 हजार की सहायता मृतक के परिजनों को मुहैया कराई। राज्य के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता अरूण चतुर्वेदी ने भी मृतक के परिजनों से मुलाकात की। कुछ संस्थाओं ने बैंक का खाता बंद होने के कारण सोमवार या मंगलवार को मदद उपलब्ध कराने की बात कही गई। मृतक का घर बनवाने को लेकर भी मौके पर पहुंचे प्रतिनिधियों ने घोषणा की। उधर, इस मामले में मृतक के परिजनों को सांत्वना देने भाजपा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि बुकना गांव पहुंचे, लेकिन सत्तारूढ़ दल कांग्रेस का कोई भी प्रतिनिधि अब तक नहीं पहुंचा। ना तो अशोक गहलोत सरकार का मंत्री और ना ही क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक रमेश मीणा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।
चार दिन बाद भी पांच आरोपित फरार
बुधवार को हुए पुजारी हत्याकांड मामले में पुलिस अब तक केवल दो आरोपितों को गिरफ्तार कर सकी है। चार आरोपित अभी भी फरार हैं। शनिवार को पुजारी के परिजनों व ग्रामीणों के धरने के समय जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने 24 घंटे में सभी आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कैलाश मीणा व टिल्लू मीणा ही गिरफ्तार हो सके हैं। शंकर, नमो, किशन व रामलाल अभी फरार है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है। उपखंड अधिकारी व पुलिस उप अधीक्षक भी 24घंटे गांव में ही ड्यूटी दे रहे हैं। मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस थाना अधिकारी व पटवारी को निलंबित किया गया है।
जानें, क्या है मामला
पुजारी बाबूलाल वैष्णव को मंदिर माफी की जमीन हथियाने के लिए गांव के ही कैलाश मीणा और उसके साथियों ने पेट्रोल छिड़कर जिंदा जला दिया था। उपचार के दौरान गुरुवार देर रात पुजारी की मौत हो गई थी। शुक्रवार रात पुजारी का शव गांव में पहुंचा तो शनिवार को परिजनों ने भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा व मनोज राजोरिया के साथ धरना शुरू कर दिया। आसपास के गांवों के लोग भी इस धरने में शामिल हुए। आखिरकार शनिवार शाम सरकार के साथ समझौता हुआ, जिसमें पीड़ित परिवार को 10 लाख की सहायता, प्रधानमंत्री आवास योजना में डेढ़ लाख की लागत से मकान का निर्माण, एक आश्रित को संविदा पर नौकरी देने की बात कही गई थी।