जोधपुर, जयपुर व कोटा निगम चुनाव की तारीखें बढ़ने के बाद दावेदारों के मुरझाये चेहरे खिले
Coronavirus effact कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए जोधपुर जयपुर व कोटा नगर निगम के चुनाव छह सप्ताह अर्थात 31 मई तक स्थगित करने के आदेश के बाद आवेदकों के चेहरे खिल उठे।
जोधपुर, जेएनएन। हाईकोर्ट द्वारा कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए जोधपुर, जयपुर व कोटा नगर निगम के चुनाव छह सप्ताह अर्थात 31 मई तक स्थगित करने के आदेश के बाद आवेदकों के चेहरे खिल उठे। इस आदेश को जनहित में लिया गया सार्थक कदम माना जा रहा है।
हाईकोर्ट के इस फैसले से जोधपुर के दो नगर निगमों उत्तर व दक्षिण के 160 वार्डों के लिए दावेदारी जता रहे तीन सौ से अधिक दावेदारों के मुरझाए चेहरे खिल उठे । 12 मार्च को राज्य निर्वाचन आयोग ने जोधपुर , जयपुर व कोटा में पिछले साल अक्टूबर में नवसर्जित दो-दो नगर निगमों में पांच अप्रैल को चुनाव करवाने की अधिसूचना जारी की थी । चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस व भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं व अन्य दावेदारों ने चुनाव लड़ने की तैयारियां शुरू कर दी थीं , लेकिन महज तीन सप्ताह में चुनावी प्रक्रिया पूरी करने और अपने पक्ष में माहौल तैयार करना दावेदारों के साथ कांग्रेस व भाजपा के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ था।
ऐसे में चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं में बैचेनी थी कि अगर आनन-फानन में टिकटों का वितरण किया गया तो वे किस प्रकार चुनाव की तैयारी कर सकेंगे, जबकि सरकार की ओर से गाइड लाइन जारी की गई है कि 50 से ज्यादा लोग एक साथ एकत्रित नहीं हो सकते हैं। हाईकोर्ट द्वारा चुनाव छह सप्ताह स्थगित किए जाने से अब राजनैतिक दलों व दावेदारों ने भी राहत की सांस ली है । इस आदेश के बाद राजनैतिक दलों व दावेदारों को लगने लगा है कि अब वे पूरे दमखम के साथ चुनावी तैयारियां कर सकेंगे ।
गौरतलब है कि राजस्थान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार की अर्जी और चार अन्य याचिकाओं की सुनवाई करते हुए बुधवार को जयपुर,कोटा और जोधपुर के दो-दो नगर निगमों के चुनाव 6 सप्ताह आगे खिसकाने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार के अलावा, एडवोकेट सुरेंद्र पारीक, विजय पाठक, पी.सी.भंडारी और युवराज सिंह ने मंगलवार को याचिका दायर कर कोरोना वायरस के कारण चुनाव स्थगित करने का आग्रह किया था।