'आत्मनिर्भर भारत' का समर्थन करने वाले केबिनेट मंत्री को समझाने में जुटे कांग्रेसी, कांग्रेस से अलग है विश्वेंद्र सिंह की राय
राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बयानों ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार और कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। अपनी बेबाकी के लिए प्रसिद्ध राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बयानों ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार और कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है। दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' का समर्थन करने के बाद विश्वेंद्र सिंह ने एक और ट्वीट किया 'मेक इन इंडिया, बाय इन इंडिया,एक्सपोर्ट इंडियन' दूसरा ट्वीट किया 'आई फोन डिजाइन इन यूएसए, मेड इन चाइना व्हाय कैन इट बी असेंबल्ड इवन डिजाइन विद इंडिया, आत्मनिर्भर भारत अभियान'।
उन्होंने प्रधानमंत्री की पहल का स्वागत करते हुए लिखा कि अब छोटी राजनीति से परे सोचने का समय आ गया है। पिछले एक सप्ताह में विश्वेंद्र सिंह द्वारा तीन बार आत्मनिर्भर भारत के समर्थन में किए गए ट्वीट के बाद कांग्रेस नेताओं ने उन्हे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे विफल रहे। विश्वेंद्र सिंह कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद से ही खूब सुर्खियों में हैं। कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर के तो कभी राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अपना रिश्तेदार बताकर और कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर शुभकामनाएं देकर।
अधिकारियों को लेकर कई बार अपनी ही सरकार को सार्वजनिक रूप से कठघरे में खड़ा करने वाले विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि मैं साफ बोलता हूं, मैं ना तो गलत बात करता हूं और ना ही सुनता हूं। उन्होंने "दैनिक जारगण" से कहा कि मैंने आत्मनिर्भर भारत को लेकर ट्वीट किया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने उसमें रिट्वीट किया तो इसमें गलत क्या है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, उनके लिए सबको मिलकर काम करना चाहिए।
जानकारी के अनुसार विश्वेंद्र सिंह द्वारा आत्मनिर्भर भारत का समर्थन करने और कई मौकों पर पार्टी लाइन से हटकर राय प्रकट करने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे,सचिव विवेक बंसल और राज्य के नेताओं ने उन्हे समझाने का प्रयास किया है। सीएम अशोक गहलोत ने भी अप्रत्यक्ष रूप से विश्वेंद्र सिंह तक पार्टी लाइन में रहने का संदेश पहुंचाया है।
कई बार अपनी ही सरकार की आलोचना की
राज्य के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के निकट माने जाने वाले भरतपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह ने कई बार अपनी ही सरकार के समक्ष परेशानी खड़ी की है। राज्य पर्यटन विकास निगम में एक टेंडर को लेकर अधिकारियों से नाराज विश्वेंद्र सिंह ने दफ्तर जाना बंद कर दिया था। बाद में निगम के महाप्रबंधक को हटाए जाने के बाद ही वे दफ्तर गए। राज्य के चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ.सुभाष गर्ग को लेकर उन्होंने कई बार व्यंगात्मक टिप्पणी की। सवाई माधोपुर में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद दीया कुमारी को अपने साथ गाड़ी में बैठाने को लेकर भी विश्वेंद्र सिंह की कांग्रेस नेताओं ने आलोचना की थी। कांग्रेस के स्थानीय विधायक दानिश अबरार ने नाराजगी जताते हुए इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।
कांग्रेस से अलग है विश्वेंद्र सिंह की राय
कोरोना संकट और लॉकडाउन से बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान करते हुए 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' का आगाज किया था, जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी के कई नेता सवाल खड़े करते हुए केंद्र सरकार को घेर रहे थे। ऐसे में विश्वेंद्र सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' के पक्ष में खड़े हो गए और लगातार तारीफ कर रहे हैं।