कांग्रेस विधायक ने हेलीकाप्टर दुर्घटना पर खड़े किए सवाल, कहा- शहादत की खबरें सिर्फ चुनाव के समय क्यों आती
राजस्थान के कांग्रेस विधायक ने शहीद हुए जनरल बिपिन रावत और अन्य जवानों की शहादत पर सवाल खड़ा किया है। पुलवामा हो या उरी और बिपिन रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत हो चुनाव के दौरान या उससे पहले इस तरह की घटनाएं सामने आती है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के कांग्रेस विधायक वीरेंद्र सिंह चौधरी ने हेलीकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और अन्य जवानों की शहादत पर सवाल खड़ा किया है। चौधरी ने इसे चुनाव जीतने की राजनीतिक साजिश बताया है। चौधरी ने सीकर जिले के धीरजपुरा गांव में शहीद मुकेश कुमार की प्रतिमा के अनावरण समारोह में कहा कि देखा गया है कि पुलवामा हो या उरी और बिपिन रावत की हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत हो, चुनाव के दौरान या उससे पहले इस तरह की घटनाएं सामने आती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी की, लेकिन यह योजना कालेधन पर अंकुश लगाने में विफल रही । पुलवामा हमला 2019 के आम चुनाव से ठीक पहले हुआ था, जिसमें हमारे 44 सैनिक शहीद हो गए थे । चौधरी ने सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार चुनाव से पहले भी हमारी सेना के कई भाई एक हमले में शहीद हो गए थे । उन्होंने कहा कि अब उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वायुसेना का हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है। ऐसी शहादत की खबरें सिर्फ चुनाव के समय ही क्यों आती है।
दांतारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक मामले की जांच सही होनी चाहिए । उल्लेखनीय है कि जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के 11 जवानों की जान 8 दिसम्बर को तमिलनाडू के कुन्नर के पास हुई हेलीकाप्टर में चली गई थी । इस दुर्घटना में में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह की भी बुधवार को मौत हो गई। जानकारी हो कि गुरुवार को दोपहर ढाई बजे सेना के विशेष विमान से दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर भोपाल स्थित स्टेट हैंगर सैन्य सम्मान के साथ लाया गया। इस दौरान उनके पिता सेना से कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह और भाई तरुण सिंह भी उनके साथ थे। विमान से पार्थिक शरीर को उतारते ही गार्ड आफ आनर दिया गया। यहां से उनका पार्थिव शरीर सेना के वाहन से भोपाल स्थित इन्नर कोटर् कॉलोनी में उनके घर ले जाया गया। शाम को उनका पार्थिव शरीर ईमई सेंटर स्थित मिलिट्री अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया।