Congress Chintan Shivir: कांग्रेस का 2024 से पहले दस राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारी पर जोर
Congress Chintan Shivir चिंतन शिविर में गुजरात कांग्रेस के प्रभारी डा. रघु शर्मा ने पार्टी कहा कि यदि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में नहीं जीते तो 2024 में मुश्किल होगी इसलिए सबको एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में जुटना होगा।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान के उदयपुर में संपन्न हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय नव संकल्प चिंतन शिविर में गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छतीसगढ़ विधानसभा चुनाव पर विशेष फोकस रहा। पार्टी की पहली पंक्ति के अधिकांश नेताओं ने आपसी बातचीत में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले दस राज्यों के विधानसभा चुनाव में मुख्य भूमिका निभाने पर ध्यान देने की जरूरत बताई गई। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी डा. रघु शर्मा ने पार्टी कहा कि यदि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में नहीं जीते तो 2024 में मुश्किल होगी, इसलिए सबको एकजुट होकर चुनाव की तैयारी में जुटना होगा। कांग्रेस कार्यसमिति के एक सदस्य ने बताया कि रघु शर्मा ने इस बार गुजरात में पहले से अधिक विधानसभा सीटें मिलने की उम्मीद जताई है।
इन नेताओं की गुटबाजी को खत्म करने के लिए राहुल गांधी करेंगे पहल
इस सदस्य ने बताया कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सरकारों के कामकाज में सुधार व सबको साथ लेकर चलने की जरूरत बताई गई। दोनों राज्यों में गुटबाजी खत्म करना मुख्य मुद्दा रहा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट व छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व टीएस सिंह देव के बीच लंबे समय से चल रही गुटबाजी को खत्म करवाने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पहल करेंगे। नेताओं ने आपसी चर्चा में गंभीर व वरिष्ठ नेताओं को चुनावी राज्यों के प्रभारी की कमान सौंपने की जरूरत भी बताई है।
वरिष्ठ नेताओं को राज्यों का प्रभारी बनाने पर जोर
सूत्रों के अनुसार, अनौपचारिक संवाद में नेताओं ने इस साल गुजरात, हिमाचल प्रदेश और अगले साल राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड में विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतने व सरकार बनाने की संभावनाओं पर अभी से काम करने की बात कही है। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी की हुई हार व सुनील जाखड़ के कांग्रेस छोड़ने सहित विभिन्न कारणों के लिए प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी को जिम्मेदार माना गया है। हरीश चौधरी को आगामी दिनों में प्रभारी पद से हटाया जा सकता है। सीएम गहलोत ने भी हरीश चौधरी की राजस्थान में जरूरत बताई है।