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Rajasthan: परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार व दलित युवक से मारपीट के मामले में कांग्रेस आलाकमान ने जताई नाराजगी

Congress. कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान की दो बड़ी घटनाओं पर नाराजगी जताई है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी प्रदेश को लेकर बड़ा निर्णय कर सकते हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 08:17 PM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 08:17 PM (IST)
Rajasthan: परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार व दलित युवक से मारपीट के मामले में कांग्रेस आलाकमान ने जताई नाराजगी
Rajasthan: परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार व दलित युवक से मारपीट के मामले में कांग्रेस आलाकमान ने जताई नाराजगी

जयपुर, जागरण संवाददाता। Congress. राजस्थान में पांच दिन में दो बड़ी घटनाओं पर कांग्रेस आलाकमान ने नाराजगी जताई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दो बड़ी घटनाओं पर नाराजगी जताए जाने के बाद प्रदेश सत्ता एवं संगठन के शीर्ष नेतृत्व में खींचतान तेज हो गई है। उधर, सोनिया गांधी और राहुल गांधी प्रदेश को लेकर बड़ा निर्णय कर सकते हैं।

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परिवहन विभाग में मासिक बंधी, दलित युवक से मारपीट, राजनीतिक नियुक्तयों में देरी पर नाराजगी

दरअसल, रविवार को राजस्थान के परिवहन विभाग में मासिक बंधी मामले और नागौर जिले में दलित युवक के साथ मारपीट कर उसके प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाले जाने की जानकारी मिलते ही सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे से रिपोर्ट मांगी है। पांडे से मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने साफ कहा कि प्रदेश प्रभारी होने के नाते वे पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट शीघ्र दें और दलित वर्ग पर अत्याचार नहीं रुकने के क्या कारण है यह भी बताएं।

कांग्रेस के एक राष्ट्रीय सचिव के अनुसार, सोनिया गांधी ने परिवहन विभाग में मासिक बंधी का खेल उजागर होने के बाद कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास पर लग रहे आरोपों को लेकर नाराजगी जताई है । राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई में परिवहन विभाग के आठ अधिकारियों व सात दलालों को गिरफ्तार कर 1.20 करोड़ रुपये और संपतियों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए दो अधिकारी और एक दलाल के परिवहन मंत्री के निकट होने की बात सामने आई है। ब्यूरो ने एक ऑडियो भी बरामद किया है, जिसमें कई राजनेताओं एवं बड़े अफसरों को मासिक बंधी देने की बात सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने सरकार के करीब 13 माह का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद राजनीतिक नियुक्तियां नहीं होने, विधानसभा उपाध्यक्ष नहीं बनने सहित कई मुद्दों पर भी अपनी नाराजगी जताई है। आलाकमान विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद प्रदेश को लेकर बड़े फैसले अपने स्तर पर कर सकता है। इनमें मंत्रिमंडल में फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियां व संगठन में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति शामिल है।

सचिन पायलट और अशोक गहलोत की खींचतान में फंसे प्रताप सिंह खाचरियावास 

पिछले पांच साल से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे में माने जाने वाले परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास गत दो माह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीब जाने के प्रयास में जुटे हैं। इससे पायलट नाराज है और अब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा परिवहन विभाग में मासिक बंधी का खेल उजागर करने के बाद उन्हे खाचरियावास को घेरने का अवसर मिल गया। वहीं, गहलोत भी अभी तक खाचरियावास पर पूरी तरह से भरोसा नहीं कर रहे हैं। इस तरह वे दोनों दिग्गजों के बीच फंस गए हैं। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस मामले में मुख्यमंत्री से खाचरियावास को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। 

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