Rajasthan : मेवाड़ में जमकर बरसे बादल, बिजली गिरने से चित्तौड़गढ़ जिले में दंपती की मौत
उदयपुर शहर तथा संपूर्ण जिले में मंगलवार शाम तेज बारिश की खबर मिली है। किसान रमेश भील (40) और उनकी पत्नी कमला भील (38) आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। आपदा प्रबंधन में दोनों को उचित मुआवजा दिलाए जाने की घोषणा की है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। मेवाड़ में लगातार दो दिन से बारिश का दौर जारी है। उदयपुर में मंगलवार को तेज अंधड़ के साथ बारिश हुई और दिन में छाई काली घटाओं के चलते अंधेरा छा गया। एक घंटे तक चले अंधड़ और बारिश के दौरान कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। इसके चलते तीन घंटे तक शहर में बिजली गुल रही। उधर, चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में आकाशीय बिजली गिरने से एक दंपती की मौत हो गई।
जिले में मंगलवार शाम तेज बारिश की खबर मिली है
उदयपुर शहर तथा संपूर्ण जिले में मंगलवार शाम तेज बारिश की खबर मिली है। इसके चलते कई विशाल पेड़ धराशायी हो गए। आयड़ क्षेत्र में पेड़ टूटने के साथ बिजली का खंभा भी लटक गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। इसके चलते करीब तीन घंटे तक शहर की बिजली गुल रही। शहर के शोभागपुरा सौ फ़ीट रोड, सहेलियों की बाडी मार्ग व अन्य कई जगहों पर भी पेड धराशायी हो गए।
आकाशीय बिजली गिरने से एक दंपती की मौत हो गई
उधर, चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में आकाशीय बिजली गिरने से एक दंपती की मौत हो गई। उस दौरान एकलिंगपुरा पंचायत के गांव खातीखेड़ा में अपने खेत पर काम कर रहे किसान रमेश भील (40) और उनकी पत्नी कमला भील (38) आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। जिससे दोनों बेहद गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों की कुछ ही मिनटों में मौत हो गई।
आपदा प्रबंधन में उचित मुआवजा दिलाने की घोषणा
आपदा प्रबंधन में दोनों को उचित मुआवजा दिलाए जाने की घोषणा की है। मेवाड़ के राजसमंद और भीलवाड़ा जिलों में भी मंगलवार शाम बारिश होने की सूचना मिली है। इस दौरान लोगों को गर्मी से राहत अवश्य मिली। चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर के फलासिया में रतन लाल भील और पोटला में भगवान लाल लोहार के यहां भी आकाशीय बिजली गिरी। जहां कोई जनहानि तो नहीं हुई लेकिन उनके दुधारू पशुओं की मौत हो गई।