चित्तौड़गढ़ में किसान की कटी फसल को लगी आग, पांच सौ क्विंटल मक्का स्वाहा
चित्तौड़गढ़ जिले के भूपालसागर में एक किसान की मक्का की कटी फसल में आग लग गई। इसके चलते पांच सौ क्विंटल मक्का स्वाहा हो गई। इस घटना से प्रभावित किसान बेहोश हो गया। वहीं परिवार के सभी सदस्य गमगीन हैं।
उदयपुर, जागरण संवाददाता। चित्तौड़गढ़ जिले के भूपालसागर में एक किसान की मक्का की कटी फसल में आग लग गई। इसके चलते पांच सौ क्विंटल मक्का स्वाहा हो गई। इस घटना से प्रभावित किसान बेहोश हो गया। वहीं परिवार के सभी सदस्य गमगीन हैं।
बताया गया कि घटना किसान बाबूलाल के खेत की है। जहां चालीस बीघा में बोई गई लगभग पांच सौ क्विंटल मक्का की फसल के साथ कड़प (पशु चारा), भूंसा, दो ट्रोली लकड़ी के अलावा मक्के के दाने निकालने वाली थ्रेसर मशीन रखी हुई थी। रविवार को मक्का की फसल निकाली जानी थी लेकिन शनिवार को अचानक फसल
में आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि खेत में काम कर रहे किसान और मजदूर भी उसे बचा पाने में सक्षम नहीं हो पा रहे थे।
उन्होंने खेत में रखी थ्रेसर मशीन को बचाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाए। हालांकि उन्होंने कुएं की मोटर चलाकर पाइप के जरिए आग बुझाने का पूरा प्रयास किया। आसपास के किसानों ने भी पूरी मदद की थी। कपासन स्थित अग्निशमन विभाग को सूचना मिली तो टीम साधनों के साथ वहां पहुंचे लेकिन उससे किसान आग बुझा चुके थे। किसानों ने टैंकरों के जरिए भी आग बुझाने में मदद की थी।
आग पर काबू पाने तथा वहां रखे ट्रेक्टर तथा अन्य मशीनों को बचाने के लिए तत्काल लक्ष्मण रेखा तैयार की ताकि आग को आगे बढ़ने से रोका जा सके। अन्य किसानों का कहना है कि पहली बार ऐसा हादसा देखा गया जिसमें बड़ी मात्रा में फसल स्वाह हो गई। घटना की सूचना पर भूपालसागर तहसीलदार अशोक कुमार सोनी तथा थानाधिकारी गोपाल नाथ भी मौके पर पहुंचे। इस घटना से किसान एवं खेत मालिक बाबूलाल की हालत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गया। उसे तत्काल उपचार उपलब्ध कराया गया। इधर, घटना से किसान परिवार के सभी सदस्य गमगीन हैं।
इधर, प्रशासन ने प्रभावित किसान को आश्वासन दिया है कि जल्द ही आग से हुए नुकसान का आंकलन करवाकर राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन कोष से सहायता दिलाए जाने का प्रयास किया जाएगा।