मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्व. राजीव गांधी के समय बनाए गए दलबदल विरोधी कानून के बहाने भाजपा को घेरा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी के समय बनाए गए दलबदल विरोधी कानून के बहाने भाजपा को घेरा है। गहलोत ने कहाराजीव गांधी ने राजनीति में आयाराम-गयाराम की बुराई को रोकने के लिए दलबदल विरोधी कानून बनाया था ।
जागरण संवाददाता,जयपुर! राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी के समय बनाए गए दलबदल विरोधी कानून के बहाने भाजपा को घेरा है। गहलोत ने कहा,राजीव गांधी ने राजनीति में आयाराम-गयाराम की बुराई को रोकने के लिए दलबदल विरोधी कानून बनाया था । अब इस दलबदल कानून का तोड़ निकाल कर विधायकों से इस्तीफे दिलवाए जा रहे हैं ।ऐसा कई राज्यों में हुआ है कि विधायकों के इस्तीफे करवा कर चुनी हुई सरकारों को गिंराया गया। उन्होंने कहा,केंद्र में सत्ता में बैठे लोग बात परंपराओं की,लेकिन उनसे आलोचना सहन नहीं होती है । आलोचना करने वालों को देशद्राही करार दिया जाता है ।
वर्तमान में जिस रूप में देश चल रहा है। उसकी सभी को चिंता है । योजनाओं के नाम बदले जा रहे हैं । तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। भाजपा का नाम लिए बना गहलोत ने कहा कि नाम बदलना इनकी फितरत में है। लेकिन नाम बदलकर इतिहास बनाना मुश्किल है । गहलोत शुक्रवार को स्व.राजीव गांधी की जयंती पर वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए राजीव गांधी ने असम की तत्कालीन कांग्रेस सरकार को कुर्बान कर दिया था । असम गण परिषद के नेता प्रफुल्ल कुमार महंतों से बात की थी । उन्होंने कहा कि18 साल के युवाओं को वोट का अधिकार और सूचना क्रांति राजीव गांधी की ही देन है ।