तेल की जगह पानी डालने का मामला: पेट्रोल पंप के टैंक में घुस गया सीवरेज का पानी, जांच में हुआ खुलासा
सांघी पेट्रोल पंप की जांच में गुरुवार को खुलासा हुआ कि सीवरेज लाइन का पानी थोड़ी मात्रा में भूमिगत टैंक में प्रवेश कर गया । इस कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा । अब इस समस्या को दूर किया जा रहा है ।
जोधपुर, संवाद सूत्र। जोधपुर के ओलंपिक चौराहा स्थित सांघी पेट्रोल पंप पर पानी मिले हुए पेट्रोल देने के मामले में जांच के बाद कहा गया है कि यहां पेट्रोल पंप के टैंक में सीवरेज का पानी घुस गया था, जिससे कुछ ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अब इस समस्या को दूर किया जा रहा है। वहीं जिन ग्राहकों की गाड़ी खराब हुई, उनको भी ठीक करवाया जा रहा है। दरअसल दो दिन पूर्व सांघी पेट्रोल पंप पर कुछ लोगों ने पेट्रोल में पानी मिलाने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया था, जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। बाद में भारत पेट्रोलियम के अधिकारियों व पुलिस ने समझाइश कर लोगों को शांत किया । सांघी पेट्रोल पंप की जांच में गुरुवार को खुलासा हुआ कि सीवरेज लाइन का पानी थोड़ी मात्रा में भूमिगत टैंक में प्रवेश कर गया । इस कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अब इस समस्या को दूर किया जा रहा है। पेट्रोल में पानी मिलाने के मामले की तहकीकात में एथेनाल की बात सामने आई। पेट्रोल में इन दिनों मिलाया जा रहा एथेनाल का पानी बन गया। भारत पेट्रोलियम के सेल्स मैनेजर अमित कुमार का कहना है कि एथेनाल की प्रापर्टी ही कुछ ऐसी है कि यह पानी के संपर्क में आने के थोड़ी देर बाद पानी का रूप धारण कर लेता है। इसके पानी का रूप लेते ही इंजन या टैंक में नीचे बैठ जाता है। जो इंजन में घुसकर नुकसान पहुंचाता है। उनका कहना है कि बारिश के मौसम में अमूमन यह दिक्कत सामने आ सकती है। बारिश के दौरान अधिकांश बाइक्स के ऊपर की तरफ बने फ्यूल टैंक में पानी जाने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में आवश्यक है कि वाहन की सर्विस कराते समय पेट्रोल टैंक को भी पूरी तरह से साफ कराया जाए।
इधर इस मामले में राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने भी संज्ञान लिया है और मामले में निदेशक कोआर्डिनेटर आयल मार्केटिंग कंपनी को पत्र लिखकर बारिश के दिनों में इथेनाल नहीं मिलाने की मांग की है।साथ ही, ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो। इसके तहत एल एफ आर फंड के तहत नियत समय पर सही जांच और आवश्यकता होने पर टैंक बदलने की मांग की गई है। एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हुकम सिंह शेखावत के अनुसार, जोधपुर का ओलंपिक रोड स्थित सांघी ब्रदर्स एक प्रतिष्ठित और पुराना पंप है। यहां इस तरह की घटना तेल कंपनियों पर सवाल खड़े करती है, तेल कंपनियों की लापरवाही को उजागर करती है। कंपनी की तरफ से भी एथेनॉल की समस्या से निजात पाने को कुछ कदम उठाए गए है । कंपनी का दावा है कि भूमिगत टैंक में एथेनाल के पानी मिलते ही कंपनी को सूचना मिल जाएगी। इसके साथ ही वहां से पेट्रोल की आपूर्ति स्वतः ही बंद हो जाएगी। कंपनी द्वारा स्थिति की समीक्षा कर डीलर के साथ मिलकर खराब हुई गाड़ियों को ठीक करवाया जाएगा।
खूब हुआ था हंगामा
दो दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो के बाद जोधपुर के इस पंप पर लोगों की भारी भीड़ जमा हुई थी और आमजन ने इसका जमकर विरोध किया था तथा पेट्रोल पंप बंद करवाने के लिए भी दबाव बनाया था। एक और जहां पेट्रोल के दाम 100 रुपये से अधिक प्रति लीटर जा पहुंचे हैं, वही पेट्रोल की जगह पानी भर जाने को लेकर लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था। जिसके बाद पुलिस और तेल कंपनियों के अधिकारियों की मध्यस्थता के बाद मामला शांत हुआ था। इसके बाद हुई जांच में तेल के टैंकर में सीवरेज के पानी चले जाने से इस समस्या के उत्पन्न होने की बात सामने आई है।
जानें, क्या कहते हैं नियम
पेट्रोल पंप पर आयल स्टोरेज के लिए 12 से 20000 लीटर तक की क्षमता के टैंक जमीन में लगाए जाते हैं, जिनमें की पेट्रोल सुरक्षित रखा जाता है। इसके लिए बाकायदा तेल कंपनियां प्रति किलोग्राम के हिसाब से डीलर से मेंटेनेंस के नाम पर चार्ज भी लेती है। वही, इन टैंक की औसत आयु 19 साल मानी जाती है, जिसके बाद इसे बदल दिया जाता है। सांघी ब्रदर्स के पेट्रोल पंप यह बात भी सामने आई है कि यह समय अवधि पूरा होने के बाद भी टैंक बदले नहीं गए थे।