पुत्र वैभव के खिलाफ दर्ज हुए धोखाधड़ी के मामले में भाजपा ने अशोक गहलोत से मांगा जवाब, विधानसभा में मुख्यमंत्री को घेरेगा विपक्ष
वैभव के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 156-3 में नासिक की स्थानीय अदालत के निर्देश पर पुलिस में मामला दर्ज हुआ है। कटारिया ने कहा कि गहलोत को इस मामले में सफाई देनी चाहिए । उनका बेटा इस तरह के कर्माें में लगा हुआ है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र और राज्य क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव के खिलाफ महाराष्ट्र में नासिक के गंगापुर पुलिस थाने में 6 करोड़ 80 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद भाजपा आक्रामक हो गई है। भाजपा नेताओं ने इस मामले में सीएम गहलोत से जवाब मांगा है। केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पुत्रमोह धृतराष्ट्र बना देता है। गहलोत साहब को सफाई में ध्यान रखना होगा कि मामला कोर्ट के कहने पर दर्ज हुआ है।अब देखना होगा कि सीएम साहब पुत्र को बचाने के लिए पूरी सरकार लगा देंगे या सच कहेंगे।
राज्य में विपक्ष के नेता गुलाब चन्द कटारिया ने एक बयान में कहा कि सीएम गहलोत खुद को महात्मा गांधी मानने वाले और उनके जैसा जीवन जीते वाला बताते हैं। वैभव के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 156-3 में नासिक की स्थानीय अदालत के निर्देश पर पुलिस में मामला दर्ज हुआ है। कटारिया ने कहा कि गहलोत को इस मामले में सफाई देनी चाहिए । उनका बेटा इस तरह के कर्माें में लगा हुआ है। भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि इस मामले में गहलोत को स्पष्टीकरण देना चाहिए । जानकारी के अनुसार वैभव के खिलाफ दर्ज हुए माामले को लेकर भाजपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक सोमवार को विधानसभा में सरकार को घेरेंगे।
यह है मामला
महाराष्ट्र के कारेाबारी सुशील भालचन्द्र पाटिल द्वारा स्थानीय कोर्ट में दायर इस्तगासे के जरिए नासिक के गंगापुर पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ है । राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग में ई-टायलेट का ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए 17 मार्च को वैभव सहित 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पाटिल ने 6 करोड़ 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। मुख्य आरोपित गुजरात कांग्रेस का सचिव सचिन पुरुषोत्तम वालेरा हैं। सुशील का आरोप है कि सचिन ने खुद को विज्ञापन एजेंसी का कारोबारी बताया । सचिन ने उससे कहा कि उसके राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव के साथ निकट सम्बन्ध है। उसने खुद के द्वारा गहलोत के आर्थिक मामले देखने का भी दावा किया ।
सुशील द्वारा दर्ज करवाए गए मुकदमें के अनुसार सचिन ने उसके काम में निवेश करने पर करोड़ों का मुनाफा होने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपको केवल टेण्डर(निविदा) में भाग लेना है शेष काम वैभव देख लेना । उसे राजस्थान सरकार द्वारा जारी किए गए कुछ परिपत्र दिखाए । सुशील का कहना है कि उसने सचिन द्वारा बताए गए बैंक खातों में अलग-अलग समय में 6 करोड़ 80 लाख रुपए ट्रांसफर किए। कुछ महीनों तक सचिन और वैभव के बैंक खातों से उसे निवेश के बदले मासिक रिटर्न मिलता रहा । लेकिन अचानक पैसा भेजना बन्द कर दिया गया । सचिन से बात की तो उसनेप अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और फिर फोन उठाना ही बन्द कर दिया । इस पर सुशील ने जयपुर पहुंचकर पर्यटन विभाग के अधिकारियों से बात की तो पता चला कि उसे दिखाए गए सभी दस्तावेज फर्जी थे । ई-टायलेट के कोई टेण्डर किए ही नहीं गए थे । खुद के साथ धोखाधड़ी का अहसास हुआ तो पीड़ित ने नासिक की स्थानीय अदालत में इस्तगासा पेश किया।अदलात के निर्देश पर पुलिस में मामला दर्ज हुआ ।
वैभव बोले,मुझे जानकारी नहीं
वैभव ने इस मामले की कोई जानकारी होने से इनकार किया । उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव निकट आ रहे हैं। संभव है राजनीतिक लाभ के लिए किसी ने गलत मामला दर्ज करवाया हो । उन्होंने सचिन या सुशील से अपना परिचय होने से इनकार किया है।