राजस्थानः भाजपा विधायक ने प्लास्टिक का उपयोग करने वालों के हाथ-पैर तोड़ने की प्रार्थना की, कांग्रेस ने कहा नॉन सीरियस
BJP MLA Madan Dilavar. भाजपा विधायक मदन दिलावर ने कचरा फैलाने और प्लास्टिक का उपयोग करने वालों के हाथ पैर तोड़ने की प्रार्थना की है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। आमतौर पर लोग मंदिरों में या घर में पूजा-अर्चना करते समय खुद व परिवार के अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करते हैं, लेकिन राजस्थान के भाजपा विधायक मदन दिलावर को अपने निर्वाचन क्षेत्र रामगंजमंडी में दशहरे पर आयोजित दुर्गा पूजा में अजीब प्रार्थना करते हुए देखा और सुना गया। दिलावर ने मां दुर्गा के हाथ जोड़ते हुए प्रार्थना करते हुए कह रहे हैं कि हे मां प्लास्टिक के ग्लास में चाय-पानी पिलाने वालों व गंदगी फैलाने वालों के परिजनों के हाथ-पैर तोड़ देना, उन्हें बीमार कर देना।
दिलवार दुर्गा की प्रतिमा की तरफ हाथ जोड़ते हुए कह रहे हैं, हे मां गंदगी फैलाने वालों में से किसी के हाथ तोड़ देना और किसी के पैर तोड़ देना, इनके परिजनों को भी ऐसा ही दंड देना। वे प्लास्टिक के ग्लास में पानी पिलाने वालों को बीमार करने की प्रार्थना दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष कर रहे हैं। वे कह रहे है गंदगी फैलाने वालों को अर्थदंड भी देना। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
विधायक दिलावर की अजीब प्रार्थना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेसी नेता दिलावर को मसखरा और नॉन सीरियस बता रहे हैं।
जानें, किसने क्या कहा
राज्य के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया का कहना है कि मदन दिलावर भाजपा के वरिष्ठ विधायक हैं, वे लोगों के हाथ-पैर तोड़ने की प्रार्थना देवी मां से कर रहे हैं, यह उनका मसखरा अंदाज है। वे कभी किसी विषय पर गंभीर रहते ही नहीं हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अर्चना शर्मा कहती है कि सफाई को लेकर अभियान चलाना तो अच्छी बात है, सभी सफाई के प्रति गंभीर रहते है, लेकिन दूसरों के नुकसान की बात करना गलत है।
हमेशा चर्चा में रहते हैं दिलावर
स्व.भैरोंसिंह शेखावत की सरकार में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री रहे दिलावर ने साल 1990 में अयोध्या में राम मंदिर बनने तक जमीन पर दरी बिछाकर सोने की प्रतिज्ञा ली थी। साल, 1992 में एकता यात्रा में जाने के लिए दिलावर ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। हाल ही में सितंबर के अंत में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र रामगंजमंडी को प्लास्टिक मुक्त करने की मुहिम शुरू की है। इसके तहत पिछले दस दिन से वे खुद अपने कार्यकर्ताओं के साथ कभी नालियों की सफाई करते नजर आते हैं तो कभी घरों से कचारा उठाकर कचारागृह में फेंकते हैं। लोगों को सफाई रखने की सौगंध दिलाते हैं।
पिछले दिनों एक चाय की दुकान पर प्लास्टिक के ग्लास में चाय पीने की भूल होने पर वे कोटा जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा के पास पांच हजार रुपये जुर्माना अदा करने पहुंच गए। हालांकि जिला कलेक्टर ने यह कहते हुए जुर्माना लेने से इनकार कर दिया कि मैं इसे किस मद में दिखाऊंगा, इसलिए आप रहने दीजिए।
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