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Child Marriage: राजस्थान में बाल विवाह के खिलाफ इस तरह किया जा रहा जागरूक

Child Marriage मोबाइल फोन और रेडियो चैनल को आपस में जोड़ कर नाटक के माध्यम से बाल विवाह व अन्य सामाजिक समस्याओं को आम जन के सम्मुख रख जागरूक किया जा रहा है। राजस्थान के अनेक जिलों में बाल विवाह की समस्या है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 02:45 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 02:45 PM (IST)
Child Marriage: राजस्थान में बाल विवाह के खिलाफ इस तरह किया जा रहा जागरूक
राजस्थान में बाल विवाह के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। Child Marriage: राजस्थान में शिक्षा का प्रसार अब तेजी से हो रहा है, लेकिन बाल विवाह जैसी समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। इस समस्या को हल करने के लिए सरकार कार्य कर रही है, लेकिन अब तकनीक के उपयोग से एक नया प्रयोग नौबत बाजा रेडियो मिस्ड कॉल वाला के माध्यम से किया जा रहा है। जिसमें मोबाइल फोन और रेडियो चैनल को आपस में जोड़ कर नाटक के माध्यम से बाल विवाह व अन्य सामाजिक समस्याओं को आम जन के सम्मुख रख जागरूक किया जा रहा है। राजस्थान के अनेक जिलों में बाल विवाह की समस्या है। इसे रोकने के लिए बाल विवाह निरोधक कानून भी हैं। इसके बावजूद इस पर प्रभावी रोक नहीं लग पा रही है।

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इस तरह किया जागरूक

वर्ष 2017 के नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (एनएफएचएस 4) के अनुसार, राजस्थान में 35 प्रतिशत लड़कियों की शादी 18 वर्ष की आयु से पहले हो जाती है। इसके बाद बालिकाओं के जीवन में अनेक समस्याएं उत्पन्न होती है। बाल विवाह रोकने के लिए राज्य सरकार ने यूएनएफपीए व यूनिसेफ के एक माध्यम साथ मिल कर एक साझा अभियान व अनेक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जीवन आश्रम संस्था की संस्थापक राधिक शर्मा ने बताया कि नौबत बाजा रेडियो मिस्ड कॉल वाला के जरिए लोगों तक बाल विवाह रोकने का संदेश पहुंचाने पर फोकस किया जा रहा है। जिसमें उन किशोर व किशोरियों के बारे में बताया जाता है, जो बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ खुल कर सामने आए हैं और आवाज उठाई है। नौबत बाजा का नंबर वॉट्सएप पर भी है। इस पर श्रोता अपने सुझाव दे सकते हैं या किसी अन्य विषय पर जानकारी चाहिए तो उसके लिए भी मैसेज किया जा सकता है। फेसबुक व इंस्टाग्राम पर उपलब्ध होने के कारण यह बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं की रोकथाम में काफी उपयोगी माना जा रहा है। मोबाइल संदेश के अलावा चुप्पी तोड़ो सेग्मेंट भी शुरू किया गया है।

जानें, कैसे करता है काम ये

युवाओं को जागरूक करने के लिए ही राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आठ मार्च पर एक अनूठे मोबाइल रेडियो प्रोजेक्ट 'नौबत बाजा रेडियो मिस्ड कॉल वाला' की शुरुआत की। राज्य सरकार, राजस्थान रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन फाउंडेशन और यूएनएफपीए के संयुक्त तत्वावधान में शुरू हुए प्रोजेक्ट का संचालन जीवन आश्रम संस्था द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए कॉलर को सिर्फ 7733959595 नंबर पर मिस्ड कॉल देनी है। मिस्ड कॉल के बाद कॉलर के पास दूसरे नंबर से कॉल आता है। जिसमें पसंदीदा गीत या कोई मनोरंजक कार्यक्रम सुनाने के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, लैंगिक समानता, बाल विवाह, स्वच्छता जैसे अनेक विषयों पर संदेश दिया जाता है। इसके प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न स्थानों पर कार्यशालाएं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।


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