Rajasthan: बांसवाड़ा में युवक की मौत का बदला लेने के लिए की लूटपाट, मकान फूंके
Rajasthan युवक की मौत का बदला लेने के लिए एक परिवार के हथियारबंद लोग ने दो भाइयों के मकान में लूटपाट कर आग लगा दी। आगजनी में उनके घर का सारा सामान जलकर खाक हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान के बांसवाड़ा (Banswara) जिले में दुर्घटना में एक युवक की मौत का बदला लेने के लिए एक परिवार के हथियारबंद लोग दो भाइयों के मकान पर पहुंचे। इनसे बचने के लिए दो भाइयों के परिवार के लोग जान बचाकर भाग निकले। इधर, हथियारबंद लोगों ने लूटपाट कर दोनों भाइयों के मकानों में आग लगा दी। आगजनी में उनके घर का सारा सामान जलकर खाक हो गया। पीड़ित परिवार ने अब पुलिस की शरण ली है। पुलिस ने 31 लोगों के खिलाफ लूट और आगजनी का मामला दर्ज किया है।
लूटपाट कर मकानों में लगाई आग
मामला बांसवाड़ा जिले के सज्जनगढ़ थाना क्षेत्र के मैराणा गांव का है। यहां पटेल परिवार के लोगों ने आदिवासी गरासिया समाज के दो भाइयों के यहां पहुंच गए। सज्जनगढ़ थाना प्रभारी धनपत सिंह का कहना है कि आरोपितों में बहादुर पुत्र नाथू पटेल, उसकी पत्नी थावरी, सोनिया पुत्री रतना सहित 31 लोग शामिल हैं। उनके खिलाफ आगजनी से पहले लूटपाट करने का मामला दर्ज है। लूटपाट और आगजनी की घटना बुधवार शाम की है, जिसके बारे में पुलिस को गुरुवार का पता चला। हमलावर गांव के ईश्वर और उसके भाई के मकान पर पहुंच गए। इसके बाद ईश्वर के साथ उसकी पत्नी बना, मां रमीला और पिता राजहेंगे सहित अन्य सभी सदस्य जान बचाने के लिए मकानों को खुला छोड़कर मक्के के खेत से होकर भाग निकले। इधर, हमलावरों ने घर में रखे जेवरात, अनाज तथा अन्य सामान लूट लिया और जाते समय दोनों मकानों में आग लगा दी। साथ ही, उन्होंने खेतों में मक्के की फसल भी जलाकर नष्ट कर दी।
जानें, क्या है मामला
पीड़ित परिवार ने बताया कि गत 20 जुलाई को उसका भाई पंकज गरासिया गांव के नाथू पटेल के बेटे मनीष के साथ बाइक से जा रहा था। भीलकुआं गांव के निकट एक सड़क दुर्घटना में मनीष की मौत हो गई थी। इसको लेकर नाथू पटेल और उसके परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए मौताणे (मौत की घटना को लेकर आदिवासी समाज में पैसे लेने की परंपरा) की मांग की। इसको लेकर तीन अगस्त को गांव के पंचों के साथ मौताणे की रकम के लिए भांजगड़ा (समझौता बैठक) आयोजित हुई। इस दौरान मनीष की मौत के बदले पांच लाख रुपये की मांग की थी। यह मांग पूरी नहीं की गई तो इससे खफा होकर पंकज और उसके परिवार के लोगों की गरासिया समाज के दो भाइयों के घर पर हमला कर दिया था।