Rajasthan Politics: अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर नहीं
Rajasthan Politics अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया लेकिन अब तक सत्ता विरोधी लहर नहीं है। गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें सरकार की कमियां बतानी चाहिए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार ने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया, लेकिन अब तक सत्ता विरोधी लहर नहीं है। गहलोत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें सरकार की कमियां बतानी चाहिए। कमियां बताई जाएंगी तो सरकार उस पर गंभीरता से विचार करेगी, जहां जरूरत होगी वहां सुधार किया जाएगा। कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी हैं। सीएम रविवार को जयपुर जिले के बाड़ा पदमपुरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रहे थे। शिविर में राज्य के सभी 33 जिलों के प्रमुख कांग्रेसजन शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बेहतर काम कर ही है। जनता के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। सरकार की योजनाओं में पार्टी कार्यकर्ताओं की भागीदारी नहीं होती तो जनता तक उनका लाभ नहीं पहुंच सकता।
अशोक गहलोत ने केंद्र पर साधा निशाना
अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी के कार्यालय कांग्रेसजनों के लिए मंदिर की तरह होने चाहिए। आम जनता कार्यालय में आती है तो उनका सम्मान होना चाहिए। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देश के हालात खराब है। पिछले दिनों हरिद्वार में हुई धर्म संसद में जिस तरह के भाषण दिए गए, वह गलत है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मुस्लिमों के खिलाफ जहर उगला गया। धर्म संसद में बोलने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग, सीबीआइ सहित अन्य संस्थाओं पर दबाव है। राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इनका उपयोग किया जा रहा है।
गहलोत ने धर्म संसद को लेकर निशाना साधा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हरिद्वार में धर्म संसद में कथित तौर पर नफरत भरे भाषणों को लेकर कहा कि इस तरह की हरकतों को बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वक्ताओं द्वारा कथित रूप से इस्तेमाल की जाने वाली भाषा भारतीय संस्कृति के खिलाफ और अस्वीकार्य है। रविवार को मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर चुप हैं। गलत भाषण देने वालों के खिलाफ उत्तराखंड सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में हुई धर्म संसद ने देश को झकझोर कर रख दिया है। हिंसा की भाषा का प्रयोग हमारी संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अगर हम प्रेम और सद्भाव से नहीं रहेंगे तो देश में एकता कैसे रहेगी, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम,सिख हो या ईसाई हो सबको साथ रहना है। उल्लेखनीय है कि 17 से 19 दिसंबर तक हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन हुआ था, जिसमें साधु-संतों ने हिंदुत्व को लेकर विवादित बयान दिए थे।
गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर साधा निशाना
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य में सत्ता और संगठन मिलकर काम कर रहे हैं। इस मौके पर भाजपा पर निशाना साधते हुए डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खुलकर बीजेपी के खिलाफ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनवरी में राज्य स्तर पर पार्टी का खुला अधिवेशन होगा और फिर उसके बाद जिला मुख्यालयों पर कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में कार्यकर्ताओं का सम्मान बना रहना चाहिए। कार्यकर्ताओं की सुनवाई होनी चाहिए।