Rajasthan: किसान पंचायत में अशोक गहलोत बोले, केंद्र की जिद से देश हो रहा बदनाम, सचिन पायलट ने कहा-कृषि कानून लेने होंगे वापस
Rajasthan मातृकुंडिया में किसान पंचायत में अशोक गहलोत ने कहा कि किसान आंदोलन और केंद्र की गलत जिद की वजह से देश की दुनिया में जमकर आलोचना हो रही है। सचिन पायलट ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और केंद्र के लागू कृषि कानूनों को वापस लेना होगा।
उदयपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के तीर्थ मातृकुंडिया में शनिवार को किसान पंचायत के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उप चुनाव वाले विधानसभा क्षेत्र वल्लभनगर, राजसमंद और सहाड़ा के लोगों को साधने की कोशिश की। उन्होंने हाल ही में जारी राज्य बजट को देश का सर्वोत्तम बजट बताया और कहा कि इसमें आम आदमी, युवा तथा किसानों का पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन और केंद्र की गलत जिद की वजह से देश की दुनिया में जमकर आलोचना हो रही है। जबकि पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और केंद्र के लागू कृषि कानूनों को वापस लेना होगा।
किसान सम्मेलन को मुख्यमंत्री गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा प्रदेश प्रभारी अजय माकन, कांग्रेस अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविंद्र डोटासरा, चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मंत्री भंवर सिंह भाटी, पूर्व सांसद व कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रघुवीर मीणा, बांसवाड़ा से दलित नेता व पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया आदि ने संबोधित किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमने अगले साल से किसानों के लिए अलग से बजट जारी करने की घोषणा कर उनका सबसे अधिक ध्यान रखा है। उन्होंने युवाओं और आम जनता के लिए अपने बजट की प्रशंसा कर लोगों से उप चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मतदान की कोशिश की।
मुख्यमंत्री ने कोरोना, शिक्षा, चिकित्सा व स्वास्थ्य क्षेत्र में हर वर्ग के लोगों के लिए किए गए काम गिनाए। गहलोत ने केंद्र को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आप सब जानते हैं कि देश में क्या हो रहा है? लोकतंत्र की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं। उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री मोदी के चाल-चरित्र तथा चेहरे की तुलना करते हुए उमड़ी जनता को बताया। उन्होंने कहा कि किसान कह रहा है कि किसान कानून वापस ले लो, किन्तु केंद्र सरकार का ध्यान दूसरे राज्यों में चुनी सरकार को गिराकर उनको हथियाने में लगा हुआ है। हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। दुनिया भारत की आलोचना कर रही है।
अच्छे दिन को लेकर कसा तंज
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते रह गए अच्छे दिन आएंगे। क्या अच्छे दिन आ गए? लोग कहने लग गए कि मोदीजी आप तो हमें पहले वाले दिन वापस कर दो।
सचिन पायलट बोले, किसान रीढ़ की हड्डी, केंद्र कानून वापस ले
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ राहुल गांधी समेत पूरी कांग्रेस ने आंदोलन छेड़े हुए हैं। हम केंद्र सरकार को मजबूर करेंगे कि वह तीनों कानून वापस लें। उन्होंने कहा कि किसान देश की रीढ़ की हड्डी हैं। क्या विवशता है कि पीएम उनकी बात नहीं करते? किसान सड़क पर बैठे हैं। वे कानून थोपना चाहते हैं, किसानों की मांग पर कोई बात नहीं करना चाहता। जो नया कानून बनाया है, उसमें जमाखोरी को बढ़ावा दिया गया है।
महीनों बाद मुख्यमंत्री और पायलट के फोटो एक साथ देखे गए
जैसे ही पायलट और गहलोत मंच पर पहुंचे, लोगों ने दोनों के पक्ष में जमकर नारे लगाए। दोनों नेता हेलीकॉप्टर से यहां भी साथ पहुंचे। दोनों के फोटो जगह-जगह लगाए गए हैं। यह महीनों बाद है जब दोनों नेताओं के फोटो एक साथ देखे गए।