आसाराम ने भक्तों से कहा, जेल में कुछ ही समय रहूंगा; अच्छे दिन आएंगे
जेल में बंद कैदियों को एक महीने में 80 मिनट के लिए उनके द्वारा दिए गए दो नंबरों पर अपने परिजन से बातचीत करने की सुविधा दी जाती है
जयपुर, जेएनएन। नाबलिग के यौन उत्पीड़न के आरोप में जोधपुर सेंट्रल जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे आसाराम का ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राजस्थान के जेल विभाग में हडकंप मच गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस संदेश में आसाराम को प्रवचन देता हुआ दिखाया गया है। ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शनिवार को जेल विभाग ने सफाई दी है। जेल डीआइजी विक्रम सिंह ने कहा कि हमारे यहां सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी के कारण आसाराम की बात रिकॉर्ड हुई है।
आसाराम ने शुक्रवार शाम साढ़े छह बजे एसटीडी से साबरमती आश्रम में 17 मिनट तक जदवानी निशांत नामक सेवक से बात की थी, शायद इसी को रिकॉर्ड कर वायरल कर दिया होगा। उन्होंने बताया कि जेल में बंद कैदियों को एक महीने में 80 मिनट के लिए उनके द्वारा दिए गए दो नंबरों पर अपने परिजन से बातचीत करने की सुविधा दी जाती है, उसी के तहत आसाराम को यह सुविधा दी गई थी।
आसाराम ने फोन पर जो भी बातचीत की है, वह जेल में एसटीडी पर लगे सिस्टम में रिकॉर्ड हो गई, जेल प्रशासन अब गंभीरता से लेगा। इधर आसाराम के प्रवचन का वीडिया एवं ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने जेल विभाग के महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है। कटारिया ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में नहीं होनी चाहिए।
शनिवार को अवकाश के बावजूद जेल विभाग केअधिकारी आसाराम का वीडियो वायरल होने को लेकर बैठक करते रहे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए संदेश में आसाराम कह रहा है पहले शिल्पी बेटी और शरद को बाहर निकालूंगा, ऊपर एक से एक कोर्ट है, बाद में हम आ जाएंगे तुम्हारे बीच। कुछ लोग रोने की बात झूठ बोल रहे हैं, मैं नहीं रोया। यह संदेश आसाराम के मोबाइल एप 'मंगलमय पर भी चला। हालांकिएक घंटे बाद ही इसे हटा लिया गया। आसराम कहता है मैं जोधपुर में ठीक हूं, कुछ लोग आरम केलैटर हैड को कॉपी करने अनर्गल मैसेज कर रहे हैं, इससे सावधान रहना है। सिर्फ लक्ष्मी, नारायण सांई और भारती ही मेरा परिवार है, यह केस पूरी तरह से साजिश है। आसाराम कह रहा है, अच्छे दिन आएंगे, सच छिपता नहीं है, झूठ के पैर नहीं होते।