राजस्थान में आसाराम के आश्रमों पर पुलिस का पहरा, कल सुनाया जाएगा फैसला
अपने गुरूकुल में नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में पिछले पांच साल से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम मामले का फैसला बुधवार को सुनाया जाना है।
जयपुर, जागरण संवाददाता।अपने गुरूकुल में नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में पिछले पांच साल से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम मामले का फैसला बुधवार को सुनाया जाना है। जोधपुर एससी,एसटी कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा जेल में ही फैसला सुनाएंगे।
पंचकूला में राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद हुई हिंसा को देखते जोधपुर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। जोधपुर में धारा 144 पिछले तीन दिन से लागू है,जो 26 अप्रैल तक रहेगी। बुधवार को देशभर से आसाराम के भक्तों के जोधपुर पहुंचने की गुप्तचर ब्यूरो से मिली सूचना के बाद प्रदेश के विभिन्न शहरों में स्थित आसाराम के आश्रमों पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। जोधपुर सहित अन्य आसपास के शहरों में स्थित आश्रमों को भक्तों से खाली करा लिया गया है।
पुलिसकर्मी आश्रमों में किसी बाहरी व्यक्ति को अब प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं। जोधपुर के दो आश्रमों को तो रविवार को ही खाली करा लिया गया था,वहीं सोमवार को जयपुर,पाली,नागौर,सिरोही,उदयपुर सहित अन्य शहरों के आश्रमों पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। जोधपुर स्थित आसाराम के दो आश्रमों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। जोधपुर के पाल और मणाई स्थित दोनों आश्रमों पर पुलिस के सिपाही तैनात कर दिए गए हैं। पाल आश्रम में पिछले कई सालों से रह रहे आसाराम के भक्तों को उनके घर के लिए रवाना कर दिया गया है। इन लोगों को आश्रम से बाहर भेजने से पहले इनके नाम और स्थायी पतों की जानकारी लिखने के साथ ही परिचय पत्र की फोटो कॉपी भी ली गई है।
आश्रमों के बाहर तैनात पुलिसकर्मी यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। आसाराम ने अपने समर्थकों से जोधपुर नहीं आने की अपील की है। कोर्ट तो फैसला सबूतों के आधार पर देखा,फिर यहां भीड़ एकत्रित करने से क्या फायदा होगा। अगर हमने भीड़ बुला ली तो भी कोर्ट का फैसला तो मानना ही होगा। भीड़ को बुलाकर किसी नए विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं। आसाराम के सभी आश्रमों में सेवादारों से कहा गया है कि वे भक्तों को जोधपुर आने से रोके।
इधर पुलिस दो दिन से पुलिस जोधपुर शहर के होटल और धर्मशालाओं की चैकिंग शुरू कर दी है। शहर के प्रवेश मार्गों पर पहले से ही पुलिस बल तैनात किया गया है । संदिग्ध लोगों को पूछताछ के बाद ही शहर में प्रवेश करने दिया जा रहा है। रेलवे और रोड़वेज के अधिकारियों से भी पुलिस अधिकारियों ने बात कर ट्रेन और बसों पर निगरानी रखने का आग्रह किया है। रोड़वेज के मुख्य महाप्रबंधक लालचंद चांडक ने बताया कि सभी बस चालकों एवं परिचालकों को मंगलवार एवं बुधवार को विशेष तौर पर अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। वहीं डीआईजी (जीआरपी ) ललित माहेश्वरी ने बताया कि रेलवे स्टेशन के आसपास जीआरपी की टीम तैनात की गई है।