Rajasthan: जेल से छूटते ही मांगने लगा रंगदारी, मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पकड़ा
Rajasthan जिला स्पेशल टीम के प्रभारी डॉ. हनवंत सिंह राजपुरोहित का कहना है कि बदमाशों ने तीन राउंट फायरिंग की और पुलिस ने भी जबाव में तीन राउंड फायरिंग की। पुलिस ने इमरान ही नहीं बल्कि उसके दो साथी राजू मेवाती तथा नासिर को भी दबोच लिया।
उदयपुर, संवाद सूत्र। जेल से छूटते ही उदयपुर जिले का हार्डकोर अपराधी इमरान डरा-धमकाकर व्यापारियों से रंगदारी मांगने लगा। पुलिस की जिला स्पेशल टीम ने शुक्रवार को मुठभेड़ के बाद राजसमंद जिले से इमरान और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले इमरान और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और पुलिस ने जबावी कार्रवाई करते हुए उन्हें काबू में कर लिया। एक महीने पहले जमानत पर रिहा उदयपुर का हार्डकोर अपराधी इमरान फिर व्यापारियों को धमकी देकर रंगदारी के लिए मजबूर कर रहा था। पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो वह उसकी तलाश में जुट गई। पिछले तीन सप्ताह से पुलिस उसकी घेराबंदी के लिए प्रयासरत थी कि शुक्रवार को जिला स्पेशल टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर डॉ. हनवंत सिंह को पता चला कि इमरान अपने कुछ साथियों के साथ राजसमंद जिले के आमेट कस्बे जा रहा है।
इस पर पुलिस ने उसे पकड़ने की योजना बनाई और उसका पीछा शुरू किया। इसी बीच, केलवा थाना क्षेत्र में गोमती नदी के पास इमरान को पता लग गया कि पुलिस उसका पीछा कर रही है तो उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया और सियाणा गांव की ओर निकल गए। पुलिस ने उनका पीछा जारी रखा तो इमरान और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी उन पर फायर किए। पुलिस को बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग से बचने के लिए नीचे कूदना पड़ा, जिससे दो जवानों को चोटें आईं। आपसी फायरिंग के बाद अंत में पुलिस तीनों बदमाशों को दबोचने में सफल रही। जिला स्पेशल टीम के प्रभारी डॉ. हनवंत सिंह राजपुरोहित का कहना है कि बदमाशों ने तीन राउंट फायरिंग की और पुलिस ने भी जबाव में तीन राउंड फायरिंग की। पुलिस ने इमरान ही नहीं, बल्कि उसके दो साथी राजू मेवाती तथा नासिर को भी दबोच लिया। इमरान के खिलाफ उदयपुर जिले में 45 केस दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी के मामले विचाराधीन हैं। पुलिस ने उनकी बाइक भी बरामद की है,जिससे वह जा रहे थे। तीन पिस्टल के अलावा जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।