Rajasthan: नौकरी का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार
Rajasthan राजस्थान में जयुपर के कोटपुतली थाना अधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि अपहरण कन्हैयालाल और परमेंद्र ने अपने दो अन्य साथियों के साथ किया। अपहरण करने के बाद यह लोग कृष्णलाल और परमेंद्र को पहले तो गाजियाबाद ले गए और फिर नैनीताल ले गए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ। गिरोह के दो लोगों ने गुरुग्राम की विभिन्न कंपनियों और नगर निगम में नौकरी लगाने का झांसा देकर डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी की थी। जब नौकरी नहीं लगी तो लोगों ने उनसे पैसे वापस मांगे। कई बार मांगने पर भी पैसे नहीं दिए तो गिरोह के दोनों सदस्यों ने कृष्णलाल सैनी और अमित का अपहरण कर लिया गया। अपहरण उन लोगों ने किया, जिन्होंने उन्हें नौकरी लगने के लिए पैसे दिए थे। राजस्थान में जयुपर के कोटपुतली थाना अधिकारी दिलीप सिंह ने बताया कि अपहरण कन्हैयालाल और परमेंद्र ने अपने दो अन्य साथियों के साथ किया था। अपहरण करने के बाद यह लोग कृष्णलाल और परमेंद्र को पहले तो गाजियाबाद ले गए और फिर नैनीताल ले गए। वहां जाकर उनके साथ मारपीट की। इसी बीच, मौका पाकर अमित फरार हो गया। अमित का पता जानने के लिए अपहरण करने वालों ने कृष्णलाल से ज्यादा मारपीट की तो उसने बता दिया कि अमित जयपुर गया है। इस पर शनिवार को चारों लोग एक कार में कृष्णलाल को जयपुर लेकर आ रहे थे। उसके साथ कार में भी मारपीट की जा रही थी।
इस तरह हुआ मामले का खुलासा
इसी बीच, कार कोटपुतली के पास पुलिया से गुजर रही थी कि कृष्णलाल ने मौका पा कर कार का हैंडब्रेक लगा दिया। इस कारण कार अनियंत्रित होकर 35 फीट ऊंची पुलिया से नीचे गिर गई। नीचे गिरने से कार को तो नुकसान हुआ, लेकिन उसके सवार पांचों लोगों के ज्यादा चोट नहीं आई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ की तो पूरे प्रकरण का खुलासा हुआ। कृष्णलाल और अमित के खिलाफ गुरुग्राम और मेरठ में कई मुकदमें दर्ज हैं। यह दोनों अपने गिरोह के अन्य साथियों के साथ गुरुग्राम की निजी कंपनियों और नगर निगम में नौकरी लगाने के नाम पर युवकों से ठगी करते थे। इन लोगों ने करीब 50 लोगों से ठगी की है। अपहरण और मारपीट के मामले में कोटपुतली पुलिस ने कन्हैयालाल और परमेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, कृष्णलाल से सभी पूछताछ की जा रही है।