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Rajasthan: अशोक गहलोत के सामने असहाय हुआ कांग्रेस आलाकमान, अजय माकन भी सीएम को मनाने में रहे नाकाम

Rajasthan मुलाकात के दौरान अजय माकन ने अशोक गहलोत को खुद के द्वारा सार्वजनिक रूप से 31 जनवरी तक राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा करने को लेकर दिए गए बयान और पायलट को दिए गए आश्वासन की दुहाई भी दी लेकिन सीएम नहीं माने।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 03 Feb 2021 06:12 PM (IST)Updated: Wed, 03 Feb 2021 09:17 PM (IST)
Rajasthan: अशोक गहलोत के सामने असहाय हुआ कांग्रेस आलाकमान, अजय माकन भी सीएम को मनाने में रहे नाकाम
अशोक गहलोत के सामने असहाय हुआ कांग्रेस आलाकमान, अजय माकन भी सीएम को मनाने में रहे नाकाम। फाइल फोटो

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करने को तैयार नहीं है। मंत्रिमंडल विस्तार और सरकार में राजनीतिक नियुक्तियां कराने को लेकर कांग्रेस आलाकमान भी गहलोत के सामने असहाय हो गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन के लगातार दबाव के बावजूद गहलोत फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां नहीं करना चाहते हैं। माकन ने दो माह पहले ही 31 जनवरी तक सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा करने की बात कही थी। इस बाबत उन्होंने सीएम गहलोत को भी आलाकमान की मंशा बता दी थी। आलाकमान ने बगावत के बाद वापसी करने वाले सचिन पायलट खेमे के दो से तीन विधायकों को मंत्री बनाने का संदेश गहलोत तक पहुंचाया, लेकिन उन्होंने फिलहाल ऐसा करने से इनकार कर दिया।

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गहलोत ने तर्क दिया कि 10 फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है और फिर उसके बाद चार विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करने से नुकसान हो सकता है। गहलोत के आलाकमान की मंशा को पूरा नहीं करते देख मंगलवार रात माकन जयपुर आए और करीब तीन घंटे तक उन्होंने सीएम से अकेले में बात की। बुधवार को फिर दोनों में बात हुई, लेकिन गहलोत अपनी बात पर अड़े रहे। सूत्रों के अनुसार, इस मुलाकात के दौरान माकन ने गहलोत को खुद के द्वारा सार्वजनिक रूप से 31 जनवरी तक राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा करने को लेकर दिए गए बयान और पायलट को दिए गए आश्वासन की दुहाई भी दी, लेकिन सीएम नहीं माने। गहलोत के नहीं मानते देख माकन पायलट से मिलने पहुंचे।

15 मार्च तक चलेगा बजट सत्र 

सूत्रों के अनुसार, इस दौरान पायलट ने माकन को साफ कह दिया कि वे अब ज्यादा दिन तक संयम नहीं रख सकते। आलाकमान ने उन्हे दो से तीन माह में उनके समर्थकों को सत्ता में भागीदारी देने का वादा किया था। पायलट ने माकन को यह भी कहा बताया कि अब वे ज्यादा दिन तक अपने खेमे के विधायकों व नेताओं को संयम रखने के लिए नहीं कह सकते। पायलट ने माकन को भी उनके द्वारा किया गया वादा याद दिलाया, लेकिन इस दौरान माकन पूरी तरह से असहाय नजर आए। उधर, सीएम की मंशा को देखते हुए माकन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा के बजट सत्र में मंत्रिमंडल विस्तार या बड़ी राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हो सकती। 15 मार्च तक बजट सत्र चलेगा। हालांकि संभाग, जिला व ब्लॉक स्तर पर नियुक्तियों जरूर होगी। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि 15 से 20 फरवरी के बीच ये नियुक्तियां हो जाए।

सीएम खेमे ने दिखाई ताकत

गहलोत के विश्वस्त धर्मेंद्र राठौड़ के घर बुधवार सुबह नाश्ते पर सीएम खेमे ने अपनी ताकत दिखाई। इस दौरान माकन के समक्ष गहलोत के विश्वस्त मंत्रियों,विधायकों व पार्टी नेताओं ने साफ कहा कि वर्तमान हालात में सीएम को ही निर्णय करने के लिए स्वतंत्र छोड़ा जाना चाहिए। इसके बाद माकन ने मुख्यमंत्री निवास पर चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव को लेकर प्रभारी बनाए गए मंत्रियों के साथ बैठक की। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पदाधिकारियों की बैठक में जिला स्तर पर होने वाले नियुक्तियों को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने पदाधिकारियों को नौ जनवरी के बाद जिलों में जाकर फीडबैक लेने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने मंत्रियों व पदाधिकारियों को उप चुनाव को लेकर टास्क दिया।


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