Rajasthan: राजसमंद से उपचुनाव जीतने के बाद दीप्ति बोलीं, कांग्रेस सरकार से नहीं मिला सहयोग तो केंद्र की मदद लूंगी
Rajasthan राजसमंद से उपचुनाव जीतने के बाद दीप्ति ने कहा प्रदेश में भाजपा सरकार होती तो बेहद आसान होता लेकिन कांग्रेस सरकार होने से उन्हें इसकी कम उम्मीद है कि उन्हें पूरी मदद मिले। वह विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य कराने में केंद्र सरकार की मदद लेंगी।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। राजस्थान में हुए विधानसभा उपचुनाव के परिणाम रविवार को घोषित हुए। प्रत्याशित रूप से तीनों सीटों पर उन्हीं दलों के प्रत्याशी विजयी रहे, जो पूर्व में काबिज थे। सहाड़ा और सुजानगढ़ में कांग्रेस को जीत मिली, वहीं राजसमंद में भाजपा का कब्जा बरकरार रहा। यहां दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति ने कांग्रेस के तनसुख बोहरा को पांच हजार 310 मतों से हराया। हालांकि यह जीत पिछले हुए विधानसभा चुनावों से कम रही, लेकिन दीप्ति का कहना है कि इसकी वजह कोरोना महामारी रही। चुनाव जीतने के बाद मतगणना स्थल से बाहर निकलते समय हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि यह जीत उनके कार्यकर्ताओं को समर्पित है। कार्यकर्ता उनकी मां का बेहद सम्मान करते थे और कोरोना महामारी के बावजूद उनके साथ जुटे रहे। जीत के बावजूद उनको इस बात की फिक्र है कि वह लोगों से किए वादों को किस तरह पूरा किस तरह करेंगी। प्रदेश में भाजपा सरकार होती तो बेहद आसान होता, लेकिन कांग्रेस सरकार होने से उन्हें इसकी कम उम्मीद है कि उन्हें पूरी मदद मिले। हालांकि उनका कहना है कि वह विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य कराने में केंद्र सरकार की मदद लेंगी।
'किरण तुझसे बैर नहीं...' नारे ने दिलाई जीत
उनकी मां किरण माहेश्वरी और उनकी जीत के अंतर को लेकर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने दो गुनी क्षमता से अधिक काम किया और वह जीत पाई। उन्होंने भाजपा नेता गुलाबचंद कटारिया के महाराणा प्रताप को लेकर दिए बयान को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की, लेकिन कहा कि उन्हें 'किरण तुझसे बैर नहीं...' नारे ने उसका साथ दिया। ऐसा नहीं होता तो परिणाम इससे उलट होते। उल्लेखनीय है कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के महाराणा प्रताप पर दिए बयान के बाद राजपूत समाज के संगठनों के नाराज होने पर किरण समर्थक राजपूत नेताओं ने नारा दिया था- 'किरण तुझसे बैर नहीं, कटारिया तेरी खैर नहीं...' जिसके बाद भाजपा ने उप चुनाव प्रचार से कटारिया को दूर कर दिया था।
पहली प्राथमिकता कोरोना से जनता का बचाव
दीप्ति ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता जनता को कोरोना से बचाव की है। उनकी मां कोरोना की वजह से दुनिया में नहीं रही। वह नहीं चाहती कि कोई व्यक्ति कोरोना की चपेट में आए। जिले में मेडिकल सुविधाओं में विस्तार तथा टीकाकरण को लेकर वह जागरूकता अभियान चलाएंगी।