Move to Jagran APP

Rajasthan Corona Update: राजस्थान में कोरोना के 16878 नए मामले और 15 की मौत

Rajasthan Corona Update राजस्थान में सबसे ज्यादा कोरोना 4035 संक्रमित जयपुर में मिले हैं। सभी 33 जिलों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक्टिव केसों की संख्या 84787 हो गई। सरकार ने अस्पतालों में सभी तरह की आवश्यक तैयारियों करने के निर्देश दिए हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 06:48 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 09:35 PM (IST)
Rajasthan Corona Update: राजस्थान में कोरोना के 16878 नए मामले और 15 की मौत
राजस्थान में कोरोना के 16878 नए मामले और 15 की मौत। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 16,878 संक्रमित मिलने के साथ ही 15 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा 4035 संक्रमित जयपुर में मिले हैं। सभी 33 जिलों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। एक्टिव केसों की संख्या 84,787 हो गई। सरकार ने अस्पतालों में सभी तरह की आवश्यक तैयारियों करने के निर्देश दिए हैं। एक साथ बड़ी संख्या में संक्रमित मिलने और मौत होने के बाद नई गाइडलाइन जारी करने पर सरकार विचार कर रही है। एक दिन पहले ही सरकार ने गाइडलाइन जारी कर शादियों में 50 के स्थान पर 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थी।

loksabha election banner

अशोक गहलोत ने सावधानी बरतने की दी सलाह

इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों को चेताते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी है। गहलोत ने कहा कि ओमिक्रोन का बाद में क्या प्रभाव होगा, यह अभी पता नहीं है, इसलिए सावधानी रखना बहुत जरूरी है। कोरोना को हल्के में नहीं लेना चाहिए। लोग लापरवाह हो गए हैं। हमारे यहां ओमिक्रोन से मौतें नहीं हो रही है। वह इसलिए कि यहां वैक्सीनेशन हो गया है। राज्य में 94 फीसद वैक्सीनेशन हो गया है। जोधपुर के बालिका छात्रावास का वर्चुअल उद्धाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद किसी को अस्थमा, किसी को हार्ट, किडनी और दूसरी बीमारियां हो रही है। अमेरिका जैसे विकसित देश में अस्पताल भरे पड़े हैं। गहलोत ने कहा कि अधिकारियों और विशेषज्ञों को ओमिक्रोन से होने वाले असर का अध्ययन करने के लिए कहा गया है।

उदयपुर में कोरोना के 857 नए मामले, महिला की मौत
उदयपुर, संवाद सूत्र। उदयपुर जिले में 857 कोरोना संक्रमित पाए गए, जबकि 40 वर्षीय एक महिला की निजी अस्पताल में मौत हो गई। 857 कोरोना संक्रमितों में शहरी क्षेत्र से 552 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 305 संक्रमित शामिल हैं। इनमें 105 कोरोना वारियर भी शामिल हैं। वहीं, शहर के पेसिफिक अस्पताल में भर्ती कराई गई चालीस वर्षीय महिला की शुक्रवार को मौत हो गई। खेरवाड़ा क्षेत्र की यह महिला गुरुवार को कोरोना संक्रमित पाई गई थी। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश खराड़ी ने बताया कि  4486 लोगों ने कोरोना संक्रमण को लेकर जांच कराई थी। जिनकी रिपोर्ट शाम को मिली और इनमें से 857 कोरोना पाजिटिव पाए गए। इस तरह लगातार तीसरे दिन आठ सौ से अधिक कोरोना संक्रमित रोगी मिले। हालांकि राहत की बात यह भी है कि दस दिन के बाद उदयपुर में पाजिटिविटी रेट बीस से कम आई है।

इनकी गई जान

गुरुवार को उदयपुर जिले में पाजिटिविटी रेट 22.70 थी, वहीं शुक्रवार को यह घटकर 19.10 प्रतिशत पर पहुंच गई। डा. खराडी ने बताया कि जनवरी में 8545 रोगी पाजिटिव आ चुके, जिनमें से जिनमें से महज 72 रोगी ही अस्पताल में भर्ती हैं। 4780 रोगी होम आइसोलेशन में हैं, जबकि तीन की मौत हो चुकी है। इनमें खेरवाड़ा क्षेत्र के कारछा खुर्द की चालीस साल की महिला भी शामिल है, जिसकी मौत शुक्रवार को हो गई। कोरोना की तीसरी लहर में खेरवाडा क्षेत्र में मौत का पहला मामला है। चार दिन पहले बुखार आने के बाद परिजन उसे डूंगरपुर ले गए थे और वहां जिला अस्पताल में उपचार चल रहा था। स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिजन उसे गुरुवार को उदयपुर के पेसिफिक अस्पताल लेकर आए। देर शाम उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद डाक्टर्स ने कोरोना का इलाज शुरू किया। मगर शुक्रवार शाम उसकी मौत हो गई। हालांकि वह महिला कोरोना की दोनों वैक्सीन लगवा चुकी थी।  

कोविड वैक्सीनेशन में राजस्थान में उदयपुर संभाग अव्वल

पिछले एक माह में प्रदेश भर में टीकाकरण की रफ्तार के बाद आठ जिले शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा कर चुके हैं। इस कार्य में उदयपुर संभाग प्रदेश में अव्वल रहा है। संभाग के तीन जिलों उदयपुर, चित्तौड़गढ़ व प्रतापगढ़ ने शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल किया है व राजसमंद अगले एक-दो दिन में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने वाला है। चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डा. जुल्फिकार अली काजी ने बताया कि संभाग का अधिकांश क्षेत्र जनजाति होने के बावजूद उदयपुर, प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ जिला शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन पूरा कर चुका है। वहीं पंद्रह से अठारह वर्ष तक की उम्र वालों के वैक्सीनेशन में अव्वल चल रहा है। इसके लिए उन्होंने संभाग की पूरी मेडिकल टीम को इस उपलब्धि पर बधाई दी है। अगले एक-दो दिन में राजसमंद जिला भी शत प्रतिशत वैक्सीनेशन वाले जिलों में शामिल हो जाएगा। प्रदेश में अभी आठ जिलों में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हांसिल किया जा चुका है, जिनमें से तीन उदयपुर संभाग के हैं। संभाग वैक्सीनेशन ही नहीं अपितु कोरोना मैनेजमेंट में भी अग्रिम पंक्ति में है। इसके लिए मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ड. दिनेश खराड़ी को राज्य स्तर पर सम्मानित भी किया जा चुका है। पूरा मेडिकल स्टाफ दिन-रात तत्परता से महामारी के इस दौर में जनसेवा के इस कार्य में जुटा है। उन्होंने आमजन से भी नियमित मास्क लगाने, कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने व वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लगवाने का आह्वान किया है। बचाव व सुरक्षा से ही हम इस महामारी से जल्द निजात पा सकते हैं। इधर, मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश खराड़ी का कहना है कि शहरी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाके में भी शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का काम पूरा हो चुका है। जबकि उदयपुर जिले में पचास फीसद से अधिक आदिवासी लोग रहते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.