Coronavirus: राजस्थान में कोरोना के 2298 नए मामले, मुफ्त टीकाकरण के लिए अफसरों के वेतन से होगी कटौती
Coronavirus राजस्थान में पिछले 24 घंटे में 2298 संक्रमित होने के साथ ही 66 लोगों की मौत हुई। राज्य में अब तक नौ लाख 38 हजार 460 संक्रमित मिले हैं। वहीं 8317 लोगों की प्रदेश में अब तक कोरोना से मौत हुई है। वर्तमान में 49224 एक्टिव केस हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में कोरोना महामारी के दौरान दो माह बाद पहली बार रविवार को 3000 से कम संक्रमित मिले हैं। पिछले 24 घंटे में 2298 संक्रमित होने के साथ ही 66 लोगों की मौत हुई। राज्य में अब तक नौ लाख 38 हजार 460 संक्रमित मिले हैं। वहीं, 8317 लोगों की प्रदेश में अब तक कोरोना से मौत हुई है। वर्तमान में 49,224 एक्टिव केस हैं। अब तक 88,999 संक्रमित उपचार के बाद स्वस्थ हुए हैं। इनमें रविवार को स्वस्थ हुए 9,636 मरीज शामिल हैं। पिछले तीन माह से जयपुर जिले में सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। रविवार को जयपुर में 601 संक्रमित मिलने के साथ ही 14 लोगों की मौत हुई। यह अब तक की सबसे कम संख्या है। जयपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े कोविड अस्पताल आरयूएचएस में अब बेड खाली होने लगे हैं। यही स्थित अन्य जिलों के सरकारी और निजी अस्पतालों की है। प्रदेश के कई जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पहले की तुलना में काफी कम हुए हैं।
मुफ्त टीकाकरण के लिए अफसरों के वेतन से होगी कटौती
कोरोना महामारी महामारी से बचाने के लिए 18 से 45 साल की उम्र के लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन लगाई जा रही है। नि:शुल्क वैक्सीनेशन से सरकार पर करीब 2300 करोड़ का आर्थिक भार आने की बात वित्त विभाग के अधिकारी बता रहे हैं। वैक्सीनेशन में मदद के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस और वन सेवा के साथ ही राज्य प्रशासनिक, पुलिस और लेखा सेवा के अधिकारियों का दो दिन का वेतन कटौती करने का निर्णय लिया गया है। रविवार को इस संबंध में वित्त विभाग की और से आदेश जारी किए गए हैं। यह कटौती मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवाई जाएगी। इस कोष से कोरोना पीड़ितों को जरूरत के अनुसार, मदद उपलब्ध करवाई जाएगी। सीएम अशोक गहलोत ने पिछले दिनों कहा था कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण सरकार का बजट गड़बड़ा गया, लेकिन लोगों का जीवन बचाना जरूरी है।
चित्तौड़गढ़ में 10 दिन में एक ही परिवार के तीन सदस्य हुए दुनिया से रुखसत
उदयपुर, संवाद सूत्र। उदयपुर में रविवार को कोरोना के एक सौ सात मामले आए। किन्तु चित्तौड़गढ़ जिले में एक परिवार के लिए कोरोना कहर बनकर टूटा। इस परिवार के तीन सदस्यों की दस दिन के अंतराल में कोरोना के चलते मौत हो गई। चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय के हसमत कॉलोनी, दिल्ली गेट निवासी बशीर अहमद बरकाती के परिवार के लिए कोरोना महामारी कहर बनकर टूटी। जलदाय विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी बशीर अहमद बरकाती उनकी पत्नी मेहबूब निशा तथा उनकी 27 वर्षीय बेटी सना गुल की कोरोना के चलते दस दिन के अंतराल में मौत हो गई। बताया गया कि पैंसठ वर्षीय बशीर अहमद कुछ दिन से बीमार थे तथा उनका उपचार जिला अस्पताल में जारी था। कोरोना होने पर उनके लंग्स की जांच कराई गई थी। वह अस्पताल में उपचार ले रहे थे कि इसी बीच, उनकी साठ वर्षीय पत्नी मेहबूब निशा तथा बेटी सना गुल की तबियत भी बिगड़ गई। उन्हें भी जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया गया और उपचार जारी थी। उपचार के दौरान बशीर अहमद बरकती की 19 मई को, उनकी पुत्री की 25 मई और उनकी पत्नी महबूब निशा की 30 मई को मृत्यु हो गई। इस प्रकार दस दिन में उनके परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु हो गई। बशीर अहमद बरकाती के पुत्र सिबतैन हैदर और शफी हैदर पर माता-पिता और बहन की मौत से दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान परिवार के सभी सदस्यों ने पूरी सावधानी बरती तथा समय पर उपचार भी कराया, लेकिन महामारी ने उनके माता-पिता और बहन को उनसे छीन लिया। इस खबर से समूचे क्षेत्र में गम का माहौल है।