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दरगाह में 19 जोड़ों ने लिए फेरे, पांच जोड़ों का हुआ निकाह, गंगा-जमुना तहजीब के साक्ष्य बने सैकड़ों लोग

एक ओर पंडित हिन्दू दूल्हा-दुल्हन को फेरे पड़वा रहे थे तो पास ही मौलाना मुस्लिम जोड़ों का निकाह करा रहे थे। इस गंगा-जमुना तहजीब के साक्ष्य बने सैकड़ों लोग।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 10:58 AM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 10:58 AM (IST)
दरगाह में 19 जोड़ों ने लिए फेरे, पांच जोड़ों का हुआ निकाह, गंगा-जमुना तहजीब के साक्ष्य बने सैकड़ों लोग
दरगाह में 19 जोड़ों ने लिए फेरे, पांच जोड़ों का हुआ निकाह, गंगा-जमुना तहजीब के साक्ष्य बने सैकड़ों लोग

उदयपुर, जेएनएन। सर्व धर्म समभाव का उदाहरण सोमवार को उदयपुर संभाग में कपासन स्थित प्रख्यात सूफी संत हजरत दीवाना शाह की दरगाह में देखने को मिला। जहां सर्व-धर्म समाज के 24 जोड़ों ने हिन्दू और मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी की। एक ओर पंडित हिन्दू दूल्हा-दुल्हन को फेरे पड़वा रहे थे तो पास ही मौलाना मुस्लिम जोड़ों का निकाह करा रहे थे। इस गंगा-जमुना तहजीब के साक्ष्य बने सैकड़ों लोग।

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दरगाह वक्फ कमेटी के सचिव मोहम्मद यासीन खां अशरफी ने बताया कि इस सामूहिक सर्वधर्म विवाह सम्मेलन का आयोजन साबरी एकता वेलफेयर सोसायटी भीलवाड़ा के अध्यक्ष मोहम्मद शरीफ की ओर से किया गया। सम्मेलन में 19 हिन्दू जोडों ने हिन्दू रीति-रिवाज से अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लिए। वहीं, मुस्लिम समुदाय के 5 जोडों ने भी निकाह कबूल कहकर जिन्दगी भर का हमसफर चुना।

इस मौके अतिथि आनन्दी राम खटीक व संस्था अध्यक्ष मोहम्मद शरीफ की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। जिसमें दरगाह वक्फ कमेटी के सदस्य सैयद अख्तर अली, शिव शंकर उपाध्याय, सत्यप्रकाश व्यास, भरत व्यास ने सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर विचार जताए। दरगाह कमेटी ने विवाह सम्मेलन के लिए छाया-पानी, आवास की व्यवस्था की। स्थानीय नगर पालिका और पुलिस प्रशासन ने भी भरपूर सहयोग किया।  


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