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Rajasthan: अलवर के सरकारी अस्पताल में बेबी वार्मर में झुलसी 15 दिन की बच्ची

Baby Warmer. अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु हॉस्पिटल के एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 15 दिन की बच्ची बेबी वार्मर में गंभीर रूप से झुलस गई।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 01:10 PM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 01:10 PM (IST)
Rajasthan: अलवर के सरकारी अस्पताल में बेबी वार्मर में झुलसी 15 दिन की बच्ची
Rajasthan: अलवर के सरकारी अस्पताल में बेबी वार्मर में झुलसी 15 दिन की बच्ची

जागरण संवाददाता, जयपुर। Baby Warmer. राजस्थान में कोटा के बाद अलवर के सरकारी अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही उजागर हुई है। अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु हॉस्पिटल के एफबीएनसी वार्ड में भर्ती 15 दिन की बच्ची बेबी वार्मर में गंभीर रूप से झुलस गई। बच्ची बुरी तरह से झुलस गई और वार्ड में तैनात रेजीडेंट डॉक्टर्स एवं नर्सिंगकर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। मंगलवार सुबह पांच बजे वार्ड में धुंआ ही धुंआ नजर आया तो वहां भर्ती अन्य बच्चों के परिजनों ने स्टाफ को जानकारी दी। इसके बाद हरकत में आए अस्पताल प्रशासन ने अन्य बच्चों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया। वहीं, बच्ची को जयपुर के जेकेलॉन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, जहां बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है।

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बच्ची के परिजनों का कहना है कि 15 दिन बच्ची की को सांस की समस्या होने पर भर्ती कराया था और मंगलवार को उसे सामान्य वार्ड में शिफ्ट करना था। रात 10 बजे स्वस्थ अवस्था में परिजन नवजात को (बेबी वॉर्मर) मशीन में देखकर गए थे, तब बच्ची ठीक थी। परिजनों को वहां मौजूद नहीं रहने दिया जा रहा था, इस कारण वे बाहर धर्मशाला में चले गए। मंगलवार सुबह पांच बजे अस्पताल के स्टाफ ने फोन कर परिजनों को इमरजेंसी में बुलाया। परिजनों ने बताया कि वे लोग जब वहां पहुंचे तो बच्ची झुलसी हुई नजीर आई।

बच्ची के पिता राहुल गौड़ के अनुसार, वार्ड में परिजनों को प्रवेश नहीं दिया जाता और खुद स्टाफ लापरवाही करता है। परिजनों ने हंगामा शुरू किया तो सूचना पर अलवर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर उत्तम सिंह शेखावत और जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील चौहान अस्पताल पहुंचे। शेखावत का कहना है कि बच्ची को वार्ड में भर्ती कराया था। मशीन में बच्चे झुलस गई है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि ऑक्सीजन की नली में लीकेज होने की वजह से यह घटना हुई। अन्य बच्चों को भी दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया है, मामले की जांच की जा रही है। 

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