उदयपुर के डूंगरपुर में पेट्रोल पंप पर ब्लास्ट में 12 घायल, समीप के मकानों में पड़ी दरारें
डूंगरपुर के पेट्रोल पंप पर एक-एक कर तीन धमाके हुए। धमाकों की वजह से पेट्रोल पंप के परखच्चे उड़ गए और आग फैल गई। घटना में बारह लोग घायल हो गए।
उदयपुर, जेएनएन। डूंगरपुर शहर के हॉस्पिटल मार्ग स्थित पेट्रोल पंप (नीलकंठ फिलिंग स्टेशन) पर बुधवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे एक-एक कर तीन धमाके हुए। घटना में बारह लोग घायल हो गए, जिनमें छह पंपकर्मी शामिल हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। धमाकों की वजह से पेट्रोल पंप के परखच्चे उड़ गए और आग फैल गई।
फिलिंग स्टेशन की छत के टुकड़े सौ मीटर के दायरे में जाकर गिरे। घटना की भयावहता इसी से लगाई जा सकती है कि धमाकों की आवाज दो-दो किलोमीटर के दायरे में सुनी गई। पहला धमाका ऑफिस में चल रहे जनरेटर में हुआ और उसके बाद दो धमाके पंप पर लगी मशीनों में हुए थे।
मिली जानकारी के अनुसार घटना उस समय हुई जब पेट्रोल पंप पर एक टेंकर पेट्रोल एवं डीजल लेकर पहुंचा और उससे अनलोडिंग का कार्य किया जा रहा था। उसी दौरान पहला धमाका पंप के ऑफिस में हुआ। इसके बाद एक-एक कर और दो और ब्लास्ट हुए। इससे पंप का भवन पूरी तरह उड़ गए और पंप के परखच्चे उड़ गए। राह चलते लोगों को शीशे के टुकड़े जा लगे। धमाके आवाज सुनकर निकटस्थ प्रगतिनगर और लक्ष्मीनगर क्षेत्र के लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकल आए। धमाका इतना इतना तेज था कि निकट ही स्थित प्रगतिनगर एवं लक्ष्मीनगर के लोग दहशत के मारे अपने घरों से बाहर निकल पड़े।
सूचना पर नगर परिषद के दमकल दल घटना स्थल पर पहुंची और आग बुझाने का प्रयास किया। गनीमत रही कि पंप के टैंक तक आग नहीं पहुंची। ऐसा होता तो हादसा बड़ा हो सकता था। अग्निशमन ऑफिसर बाबूलाल चौधरी के मुताबिक वाहनों में पेट्रोल भर रहे थे उसी समय पंप के आफिस की ओर चले रहे जनरेटर में ब्लास्ट हुआ। इसके बाद और दो ब्लास्ट हुए। लिक्विड वेपेराइजेशन होने से स्टेट्रीक इलेक्ट्रिक जेनरेट हुई तथा अर्थिंग नहीं होने से वेपेराइजेशन हुआ तथा ब्लास्ट हुआ।
घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा, उपाधाीक्षक अनिल मीणा, कोतवाली थाना प्रभारी चांदमल सिंगारिया सहित बडी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस को मौके पर जमा भीड़ को वहां से हटाने को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस दल पेट्रोल पम्प पर तैनात है तथा हालात पर नजर रखे हुए है। पुलिस ने उक्त पेट्रोल पम्प पर बेरिकेटस लगा दिए हैं तथा उसे अपनी पजेशन में लिया है। बांसवाड़ा से एफएसएल दल को बुलाया गया यह हुए घायल धमाके में पेट्रोल पम्प पर कार्यरत कार्मिक नरणिया निवासी धनपाल पुत्र नानुराम परमार, नलवा निवासी प्रकाश पुत्र हरीश अहारी, माथुगामडा निवासी अनिल पुत्र सुन्दरलाल कटारा, रामगढ़ निवासी विपिन पुत्र भाणजी पाटीदार, ढेलाणा निवासी अजय डामोर, खेरवाड़ा निवासी दर्शन तथा वहां अपने वाहनों में पेट्रोल भरवाने आए इन्द्रखेत निवासी मणिलाल पुत्र रामाजी खराड़ी, बलवाड़ा निवासी बंशीलाल पुत्र जीवा डामोर, अनिता पत्नी बंशीलाल डामोर, शिशोद निवासी जगदीश पुत्र जयप्रकाश डामोर, इन्द्रखेत निवासी लालशंकर पुत्र मोहन कोटेड तथा अम्बाडा ओबरी निवासी गोपाल पुत्र कांतिलाल दर्जी घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से मणिलाल की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
बच गई जान डूंगरपुर जिला पुलिस के कर्मचारी ईश्वर लाल की टवेरा कार को लेकर उसका रिश्तेदार भिलवा पंचेला निवासी दिनेश कटारा पंप पर डीजल लेने पहुंचा था। इस दौरान धमाका हुआ और पंप की छत से लोहे का भारी सरिया टवेरा पर आकर गिरा। उससे टवेरा का आगे का शीशा टूट गया लेकिन सरिया वहीं उपर टिक गया। गनीमत रही कि टवेरा में सरिया अंदर नहीं घुसा। उस समय टवेरा में दिनेश कटारा के रिश्तेदार बैठे हुए थे। घटना में टवेरा के अलावा एक युवक की बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई। ब्लास्ट की वजह से पंप के समीप जीवा भगोरा के मकान की दीवारों में दरार पड़ गई। इसके अलावा आसपास के आधा दर्जन मकानों में हल्की दरारें आई है।