विवाद सुलझाने के लिए बुलाकर किया था ब्लैकमेल, महिला गिरफ्तार
भिखीविड निवासी मंगल सिंह की आपत्तिजनक वीडियो बनाकर सीआइए स्टाफ के एएसआइ लखविदर सिंह से मिलकर ब्लैकमेल करने की आरोपित महिला पर ब्लैकमेल करने के आरोप लगे हैं।
जासं, तरनतारन : भिखीविड निवासी मंगल सिंह की आपत्तिजनक वीडियो बनाकर सीआइए स्टाफ के एएसआइ लखविदर सिंह से मिलकर ब्लैकमेल करने की आरोपित महिला पर ब्लैकमेल करने के आरोप लगे हैं। पुलिस आरोपित राजविंदर कौर उर्फ राजी को रिमांड पर लेकर उसका साथ देने वाली प्रभजोत कौर का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
भिखीविड निवासी किसान मंगल सिंह को राजविदर कौर राजी ने फोन करके अपने मकान के विवाद को सुलझाने के लिए दुहाई देती थी। महिला के बार-बार फोन करने पर मंगल सिंह उसके की ओर से बताए गए पते पर पहुंच गए। वहां पर राजी ने एक अन्य महिला प्रभजोत कौर से मिलकर मंगल सिंह की आपत्तिजनक वीडियो बनाकर पुलिस को बुला लिया। इस पर सीआइए स्टाफ के एएसआइ लखविदर सिंह, एक महिला पुलिसकर्मी को लेकर राजी के घर पहुंचे थे। उक्त मामला शनिवार का बताया जाता है। इसके बाद एएसआइ ने उक्त महिला के इशारे पर मंगल सिंह से एक लाख की मांग की। साथ ही रुपये न देने पर दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने की धमकी दी। इस पर बात 50 हजार पर तय हुई। इसके बाद एएसआइ लखविदर सिंह ने पैसे देने के लिए उसे बुलाया। इसकी जानकारी मंगल सिंह ने विजिलेंस को दे दी। इस पर दस हजार की रिश्वत लेते हुए एएसआइ लखविदर सिंह को काबू कर लिया था। इस बारे में विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी हरजिदर सिंह ने बताया कि जांच में राजविदर कौर राजी को भी शामिल किया गया है और उसे अदालत में पेश करके दो दिन का रिमांड लिया है।
डीएसपी का कहना है कि राजविदर कौर राजी का साथ देने वाली प्रभजोत कौर का भी पता लगाया जा रहा है, उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि दस हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए एएसआइ लखविदर सिंह की चल-अचल संपत्ति व बैंक खातों की जांच की जा रही है।
पहले भी दर्ज हैं ब्लैकमेल के दो मामले
राजविदर कौर राजी तलाकशुदा महिला है और अपने घर में ही ब्यूटी पार्लर खोल रखा है। कई लोगों का राजी के घर आना-जाना लगा रहता है। राजी के खिलाफ अश्लील वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने के पहले से दो मामले दर्ज हैं। बेवजह किया जा रहा बदनाम : राजविंदर
राजविदर कौर राजी ने कहा कि उसे बेवजह झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। पहले भी पुलिस ने रंजिश के तहत झूठे मामले दर्ज करके जेल भेजा था। अब दोबारा बदनाम कर रही है। पुलिस के कुछ अधिकारी उसे ब्लैकमेल करने लिए झूठे मामले में फंसा देते हैं। एएसआइ लखविदर सिंह के मामले के साथ उसका कोई वास्ता नहीं।