बच्चे को देते थे जान से मारने की धमकियां
गांव पखोपुर निवासी मंदीप सिंह की डेढ़ वर्ष पहले अचानक मौत के बाद उसकी पत्नी राजबीर कौर जमीन की देखभाल करने लगी थी।
संवाद सहयोगी, तरनतारन : गांव पखोपुर निवासी मंदीप सिंह की डेढ़ वर्ष पहले अचानक मौत के बाद उसकी पत्नी राजबीर कौर जमीन की देखभाल करने लगी थी। राजबीर कौर के पास कुल छह एकड़ जमीन थी, जिसमें से दो एकड़ जमीन पर उनके अपने ही रिश्तेदार सुखविदर सिंह द्वारा मालिकाना हक जताया जाता था, परंतु 30 वर्ष से राजबीर कौर के ससुराल परिवार वाले ही इस जमीन पर काबिज थे। यह जानकारी एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए दी। मंगलवार को जमीन के विवाद को लेकर राजबीर कौर को सुखविदर सिंह और उसके बेटों जश्नप्रीत सिंह, प्रभदीप सिंह ने 12 बोर की राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी।
एसएसपी ने बताया कि राजबीर कौर की ननद भूपिदर कौर निवासी गांव आसल (थाना सदर पट्टी) ने इस संबंधी थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। उसने बताया कि जमीन पर कब्जा करने के लिए सुखविदर सिंह, उसके बेटे जश्नप्रीत सिंह व प्रभदीप सिंह कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआइआर के मुताबिक दो एकड़ जमीन का कब्जा लेने के लिए राजबीर कौर को कई बार जान से मारने की धमकियां भी दी गई थी। राजबीर कौर की ननद भूपिदर कौर ने बताया कि उसके दो भाई थे। डेढ़ वर्ष पहले संदीप सिंह की मौत हो गई थी, जबकि उससे पहले मंदीप सिंह की मौत हो गई थी। आरोपितों को लगता था कि संदीप सिंह और मंदीप सिंह की मौत के बाद अब परिवार में जमीन की देखभाल करने वाला कोई नहीं बचा, वे इस लिए जमीन पर कब्जा करना चाहते थे।
मंत्री बना रहा पुलिस पर सियासी दबाव
भूपिदर कौर ने आरोप लगाया कि दो एकड़ जमीन पर कब्जा करने की नीयत से उसकी विधवा भाभी की हत्या की गई है। आरोपितों को पुलिस जान बूझकर गिरफ्तार नहीं कर रही। भूपिदर कौर ने आरोप लगाया कि एक कैबिनेट मंत्री की ओर से पुलिस प्रशासन पर सियासी दबाव बनाया जा रहा था ताकि सुखविदर सिंह के परिवार को जमीन का कब्जा दिलाया जा सके। पुलिस की मौजूदगी में लगाए गए आरोपों की बकायदा वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई है।
पुलिस जांच में जुटी : थाना प्रभारी
थाना चोहला साहिब प्रभारी कुलवंत सिंह विर्क ने बताया कि भूपिदर कौर के बयानों के आधार पर पुलिस ने सुखविदर कौर, उसके बेटों जश्नप्रीत सिंह और प्रभजीत सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि हत्या का मामला जमीनी विवाद से जुड़ा है। इस मामले के साथ किसी राजनीतिक नेता का नाम जोड़ना ठीक नहीं, क्योंकि पुलिस जांच में ऐसा कोई भी आरोप सामने नहीं आया। थाना प्रभारी विर्क ने बताया कि सिविल अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवा परिवार को सौंप दिया गया है।