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एक माह बाद बैंक में दूसरी लूट, गार्ड ने बटन दबाया पर नहीं बजा हूटर

जिले में हाईअलर्ट के बीच करीब एक माह बाद ही मंगलवार की दोपहर को पट्टी स्थित बैंक में लूट की दूसरी वारदात हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Jan 2022 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 05 Jan 2022 07:00 AM (IST)
एक माह बाद बैंक में दूसरी लूट, गार्ड ने बटन दबाया पर नहीं बजा हूटर
एक माह बाद बैंक में दूसरी लूट, गार्ड ने बटन दबाया पर नहीं बजा हूटर

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन

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जिले में हाईअलर्ट के बीच करीब एक माह बाद ही मंगलवार की दोपहर को पट्टी स्थित बैंक में लूट की दूसरी वारदात हो गई है। इससे पहले चार दिसंबर 2021 को दोपहर तीन बजे के करीब जंडियाला रोड स्थित एचडीएफसी बैंक में दाखिल होकर दो लुटेरों ने 30.67 लाख की राशि लूटी थी। पट्टी स्थित बैंक आफ बड़ौदा की जिस ब्रांच को लुटेरों ने अपना निशाना बनाया, उसके पास ही पंजाब होमगार्ड का कार्यालय है और चौराहे में दिन के समय पुलिस का पक्का पहरा भी होता है। ऐसे में बैंक लूट ने पुलिस प्रबंधों की पोल खोलकर रख दी है।

मंगलवार की दोपहर को जब 1:55 मिनट पर बैंक में चार नकाबपोश लुटेरे तेजी से दाखिल हुए। वहां के गार्ड गुरसाहिब सिंह से उन्होंने राइफल छीनी, फिर मैनेजर और कैशियर को गन प्वाइंट पर लेकर तेजी से उनसे कैश लेकर बैग में डाला। डेढ़ मिनट में लाखों की लूट के बाद फरार हो गए। गार्ड ने तुरंत सायरन का बटन दबाया पर वह बजा ही नहीं। फिर बैंक के स्टाफ ने पुलिस हेल्पलाइन पर काल करके घटना की सूचना दी। बैंक के ब्रांच मैनेजर कमलदीप विनायक कहते हैं कि चारों लुटेरे एक-एक करके बैंक में दाखिल हुए। उन्होंने अपने चेहरे ढके हुए थे। उन्हें संदेह हुआ। इससे पहले ही लुटेरों ने गार्ड से राइफल छीन ली और स्टाफ की ओर पिस्टल तान दी। एचडीफसी बैंक लूट से जुड़े हो सकते हैं तार

चार दिसंबर को एचडीएफसी बैंक में हुई लूट की जांच में जुटी पुलिस को संदेह है कि इस वारदात में चार से पांच लोग थे, परंतु पुलिस की नजरें पट्टी में हुई लूट के बाद एचडीएफसी बैंक की घटना से जुड़ने लगी है। सूत्रों की मानें तो एचडीएफसी में लूट मामले में पुलिस ने जब तफ्तीश को आगे बढ़ाया तो गांव रैशियाना, वेईपूई, नौरंगाबाद के आसपास संदेह की सूई घूमती रही, परंतु पुलिस के हाथ ठोस सुबूत नहीं लगे। हालांकि माना जाता है कि बैंक डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपितों के तार पट्टी शहर से जुड़े हो सकते हैं। उठे सवाल, कहां है तरनतारन की चौकस पुलिस

तरनतारन जिले में चार दिसंबर 2021 को एचडीएफसी बैंक में हुई लूट के बाद से कई बड़ी घटनाएं हो गईं। पुलिस अधिकारी यही दावा करते रहे कि जिले में उनकी पुलिस टीमें चौकस है। अपराधियों पर नजर है, परंतु मंगलवार को बैंक आफ बड़ौदा में हुई इस घटना से पता चलता है कि पुलिस कितनी अलर्ट है और अपराधी पुलिस को खुला चैलेंज कर रहे हैं। ऐसे में अब लोग सवाल उठाते हुए कह रहे हैं कि जिले में पुलिस लोगों की सुरक्षा करने में फेल साबित हो रही है। वहीं इस घटना के बाद डीएसपी मनिदरपाल सिंह ने बताया कि चार अज्ञात लुटेरों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके उनकी पहचान के लिए पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। ये हैं वो बड़े लूटपाट के मामले जिनको पुलिस ट्रेस नहीं कर पाई

-16 सितंबर को एसएसपी कार्यालय के समीप ग्रे वुड शोरूम से 17 हजार रुपये की नकदी छीनने का मामला।

-9 नवंबर को चोहला साहिब के व्यापारी जगमोहन सिंह हरनेजा के परिवार को बंधक बनाकर 60 लाख की नकदी और छह किलो सोना लूटा गया।

-19 नवंबर को चोहला साहिब के पास अमृतसर के व्यापारी रंजन महाजन से ढाई लाख की राशि और स्विफ्ट कार लूटी गई।

-27 नवंबर को अमृतसर के मजीठा रोड निवासी रिटायर्ड पटवारी हरजिदर सिंह से हथियारों के बल पर वरना कार छीनी गई।

-29 नवंबर को पुलिस चौकी टाउन के समीप एडवोकेट अजीत सिंह कंडा के भतीजे गगनदीप कंडा को गोलियां मारकर घायल करने के दर्ज मामले में पुलिस के हाथ खाली है।

- 4 दिसंबर को एचडीएफसी बैंक में हुई लूट के मामले में पुलिस के हाथ खाली।


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