तरनतारन के 175 पुलिस कर्मी गंभीर बीमारियों का शिकार
। जिले के 175 पुलिस कर्मचारी शुगर हाई ब्लड प्रेशर एचआइवी और एचसीवी जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : जिले के 175 पुलिस कर्मचारी शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, एचआइवी और एचसीवी जैसी गंभीर बीमारियों का शिकार हैं। इसका पता एक सर्वे से चला है। ये पुलिस मुलाजिम न तो सही ढंग से ड्यूटी दे पा रहे हैं और न ही अपने परिवारों में खुशगवार माहौल में रह रहे है, क्योंकि बीमारियों की जकड़ में आने से इनकी मानसिकता पर विपरीत असर पड़ रहा है।
जिला तरनतारन में कुल 1903 पुलिस मुलाजिम तैनात हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर सेहत विभाग की ओर से हाल ही में सर्वे करवाया गया। सर्वे में पता चला है कि इनमें 175 पुलिस कर्मी ऐसे हैं, जो शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, एचआइवी (रीएक्टव), एचसीवी (रीएक्टव) जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। इनमें एएसआइ, सब इंस्पेक्टर व इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं। जबकि 20 पुलिस कर्मी विकलांगता की ओर बढ़ रहे हैं। इनमें एएसआइ रैंक के एनजीओ भी शामिल हैं।
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान फ्रंट लाइन पर काम करने में पुलिस कर्मियों की भूमिका अहम रही है। जिले के 115 पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमित हुए थे, जबकि दो की मौत भी हो गई थी। पुलिस कर्मियों के शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने के लिए एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले की ओर से फिट कोप मुहिम चलाई गई है। इसमें पुलिस मुलाजिमों को शारीरिक अभ्यास की आदत डाली जा रही है। योगा कम फिटनेस कैंप के माध्यम से पुलिस कर्मियों को तंदुरुस्ती के रास्ते पर लाया जा रहा है। ओवरवेट हैं 66 पुलिस कर्मी
सर्वे के मुताबिक 66 पुलिस मुलाजिम ऐसे हैं, जो ओवर वेट हो चुके हैं। मोटी तोंद के चलते वे सही ढंग से पैदल नहीं चल सकते। इनमें से 11 एएसआइ रैंक के एनजीओ अधिकारी हैं। 25 लाख से बनेगा डिस्ट्रिक्ट वेलनेस सेंटर : एसएसपी
एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट वेलनेस सेंटर बनाने के लिए जगह का चयन कर लिया गया है। 25 लाख का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही पुलिस कर्मियों के लिए इंडोर जिम, आउटडोर जिम, फिजियोथेरेपी रूम और काउंसलिंग रूम की व्यवस्था की जाएगी। निंबाले ने बताया कि जो पुलिस कर्मी मानसिक परेशानी और नशे के आदी होंगे, उनकी काउंसलिंग करवाई जाएगी।