लोक सभा खडूर साहिब : आधादर्जन से अधिक हैं 'आप' के दावेदार
तरनतारन : लोक सभा चुनावों का सियासी पार्टियों द्वारा बिगुल बजा दिया गया है। ऐसे में माझा, मालवा और दोआबा पर आधारित लोक सभा हलका खडूर साहिब की टिकट लिए आम आदमी पार्टी के आधा दर्जन से अधिक दावेदार सामने आ रहे हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : लोक सभा चुनावों का सियासी पार्टियों द्वारा बिगुल बजा दिया गया है। ऐसे में माझा, मालवा और दोआबा पर आधारित लोक सभा हलका खडूर साहिब की टिकट लिए आम आदमी पार्टी के आधा दर्जन से अधिक दावेदार सामने आ रहे हैं। देश की आजादी के बाद से अब तक कुल 18 बार लोक सभा चुनाव हुए इनमें से 7 बार कांग्रेस पार्टी और 11 बार शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी चुनाव जीते।
विधान सभा हलका तरनतारन, पट्टी, खेमकरन, खडूर साहिब, जंडियाला गुरु (रिजर्व), बाबा बकाला (रिजर्व) सीटे माझा पर आधारित है। जबकि विधान सभा हलका जीरा की सीट फिरोजपुर जिले का हिस्सा होने के साथ मालवा में आती है। विधान सभा हलका कपूरथला और सुल्तानपुर लोधी की सीट जिला कपूरथला का हिस्सा है। यह दोनों सीटे दोआबा से जुड़ी हुई है। देश की आजादी के बाद लगातार 6 चुनाव कांग्रेस पार्टी ने जीते। जबकि एमरजेंसी के बाद 2014 तक के सभी चुनाव अकाली दल जीतता रहा। हालाकि 1992 में शिअद द्वारा चुनावों के बायकॉट दौरान कांग्रेस पार्टी की टिकट पर सु¨रदर सिंह कैरों ने चुनाव जीता था। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों के लड़के सु¨रदर सिंह कैरों माझे की सियासत में तगड़ी पकड़ रखते थे। वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के समधी थे।
युवाओं में है अच्छी पहचान
आम आदमी पार्टी की बात करें तो मजबूत दावेदारों में मनजिंदर सिंह सिद्धू शामिल हैं। वह यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते सभी पार्टियों में जाने पहचाने चेहरे हैं। पार्टी की केंद्रीय लीडरशिप में सिद्धू की अच्छी पहचान है। इनका अपना विधान सभा हलका पट्टी है।
युवा कोटे में है दावेदार
आम आदमी पार्टी के जिला अमृतसर अध्यक्ष सुरजीत सिंह कंग भी युवा कोटे में लोक सभा हलके के टिकट के दावेदार हैं। उनकी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ अच्छी पहचान है। युवा वर्ग में सुरजीत सिंह कंग की अपनी पहचान है वह पार्टी के फाउंडर मेंबर के तौर पर चर्चित है। सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी भी दावेदार
2017 के विस चुनावों में सुल्तानपुर लोधी हलके से पार्टी की टिकट पर लड़ चुके सज्जन सिंह चीमां भी खडूर साहिब सीट से टिकट के प्रबल दावेदार हैं। वह सेवा निवृत्त पुलिस अधिकारी होने के कारण पढ़े लिखे वर्ग में उनकी अच्छी पकड़ है।
कांग्रेस से शुरू किया था सियासी करियर
विधान सभा हलका खडूर साहिब से आप की टिकट पर चुनाव लड़ चुके भुपिंदर सिंह बिट्टू ने भी सांसद की टिकट पर दावा ठोका है। वह पार्टी के जिला अध्यक्ष के तौर पर सरगर्म हैं। बिट्टू ने सियासी करियर कांग्रेस पार्टी से शुरू किया था। टिकट पर दावा जताते बिट्टू दो बार पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल से मिल चुके हैं।
नेत्र रोग विशेषज्ञ की भी टिकट पर नजर
पार्टी बुद्धिजीवी वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कश्मीर सिंह सोहल ने भी खडूर साहिब हलके से दावा जताया है। वह आंखों के माहिर डॉक्टर हैं। मेडिकल अफ्सर से सेवाएं शुरू करने वाले डॉ. सोहल बतौर एसएमओ सेवा निवृत्त हुए थे। इससे पहले उन्होंने पेरेंट्स एसोसिएशन बनाकर समाज सेवा शुरू की थी। तरनतारन को जिला बनाने की मांग को लेकर डॉ. सोहल वर्षो तक संघर्ष करते रहे है। उनका पैतृक गांव डेरा सोहल विधान सभा हलका खडूर साहिब का ही हिस्सा है। अंतरराष्ट्रीय पहलवान भी सियासी अखाड़े में
पद्मश्री पहलवान करतार सिंह भी खडूर साहिब हलके से सांसद की टिकट के दावेदार हैं। उन्होंने विधान सभा चुनावों मौके तरनतारन हलके से चुनाव लड़ा था। चुनाव में करतार सिंह तीसरे नंबर पर आए थे। चुनाव नतीजों के बाद पहलवान करतार सिंह हलके से पूरी तरह गायब रहे। उनका पैतृक गांव सुरसिंह है। जो विधान सभा हलका खेमकरन में आता है। लेकिन उनकी पक्की रिहायश जालंधर में है।
कैप्टन के करीबी रहे है कैप्टन
खेमकरन हलके से विधान सभा चुनावों के माध्यम से किस्मत आजमा चुके कैप्टन बिक्रमाजीत सिंह पहूविंडिया भी सांसद की टिकट पर नजर टिकाए हुए हैं। शौर्य चक्कर विजेता कैप्टन पहूविंडिया ने अपना सियासी करियर कांग्रेस से शुरू किया था। 2002 में जब कांग्रेस की सरकार थी तो पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के ओएसडी के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। विधान सभा चुनाव नतीजों के बाद कैप्टन पहूविंडिया हलके से दूर ही रहे हैं।