बिहार से प्रेमिका को मिलने पट्टी आया था सुवेश
तरनतारन : मुंबई की कंपनी में बतौर लेखाकार तैनात बिहार के जिला मुजफ्फरपुर निवासी बालूराय न्यूकॉलोनी सुवेश श्रीवास्तव के मामले में पुलिस ने जांच के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है। हालाकि अवैध असले की बरामदगी के बाद आरोपी को तीन दिन के रिमांड पर ले लिया गया है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : मुंबई की कंपनी में बतौर लेखाकार तैनात बिहार के जिला मुजफ्फरपुर निवासी बालूराय न्यूकॉलोनी सुवेश श्रीवास्तव के मामले में पुलिस ने जांच के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है। हालाकि अवैध असले की बरामदगी के बाद आरोपी को तीन दिन के रिमांड पर ले लिया गया है।
सरकारी हाई स्कूल बाह्मणीवाला में अध्यापक के तौर पर तैनात हरदिल अजीज सिंह के बयानों पर पुलिस ने जो मामला दर्ज किया है। उसके मुताबिक सुवेश श्रीवास्तव आतंकी नहीं है। उससे बरामद असला अवैध है।
एसएसपी दर्शन सिंह मान ने बताया कि सोमवार को लोगों द्वारा सुवेश श्रीवास्तव को 9 एमएम पिस्टल, 10 कारतूस, दो मैगजीन, एक टेलिस्कोप, एक मोबाइल समेत काबू करके पुलिस को सौंपा था। रात भर की गई पूछताछ में यह सामने आया है कि हरदिल अजीज सिंह का सवा साल पहले चोहला साहिब निवासी बबली पुत्री कुंदन लाल से विवाह हुआ था। बबली की बहन हरप्रीत कौर अपने विवाह से पहले मुंबई सिनेमा उद्योग में काम करती थी। हरप्रीत कौर का भाई गुरप्रीत बावा भी मुंबई में रहता था। बबली जब अपने भाई- बहन को मिलने जाती तो उसका पति हरदिल अजीज सिंह भी साथ होता था। गुरप्रीत बावा और हरप्रीत कौर जिस कंपनी में काम करते थे। उसी में कंपनी में बिहार निवासी सुवेश श्रीवास्तव लेखाकार के तौर पर तैनात था। सुवेश श्रीवास्तव का मुंबई में भी फ्लैट है। यहां पर गुरप्रीत बावा और हरप्रीत कौर किराये पर रहने लगे। अपने भाई-बहन को मिलने के लिए बबली जब मुंबई गई तो वहां पर उसका सुवेश श्रीवास्तव के साथ प्रेम संबंध बन गए। कंपनी का काम खत्म होते ही सभी लोग वापिस चोहला साहिब लौट आए। इस बीच सुवेश श्रीवास्तव कई बार चोहला साहिब भी आया। वर्ष 2014 में बबली की छोटी बहन मीनू के विवाह पर भी सुवेश श्रीवास्तव चोहला साहिब आया। उसने बबली के साथ प्रेम संबंधों का खुलासा करते हुए उसके परिजनों के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रखा। परिजनों ने बिरादरी का वास्ता देकर विवाह से मना कर दिया। पुलिस जांच के मुताबिक बबली का विवाह 2016 में हरदिल अजीज सिंह के साथ हो गया। अपनी प्रेमिका को खो देने कारण सुवेश श्रीवास्तव ने अपने साथी से मिलकर साजिश रची। साजिश के तहत वह हरदिल अजीज सिंह को ठिकाने लगाने लिए पट्टी पहुंचा। कई दिनों से वह स्कूल में पढ़ाने जाते अध्यापक हरदिल अजीज सिंह का पीछा करने लगा। छुट्टी के बाद स्कूल से घर लौटते मोटरसाइकिल सवार अध्यापक हरदिल अजीज सिंह पर गोली चलाई। मौके पर हरदिल अजीज सिंह ने अपने साथियों की मदद से सुवेश श्रीवास्तव को काबू कर लिया। जबकि उसका साथी मौके से फरार हो गया। एसएसपी दर्शन सिंह मान ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपनी सारी प्रेम कहानी का खुलासा कर दिया। जिसके बाद हरदिल अजीज सिंह के बयान दर्ज करके थाना पट्टी में आरोपी सुवेश श्रीवास्तव खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी का साथी फरार है और सुवेश श्रीवास्तव को पट्टी की अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
आरोपी को मुंह ढंकने के लिए न तो पकड़ा और न ही नकाब
बिहार निवासी सुवेश श्रीवास्तव को मीडिया समक्ष पेश करते समय पट्टी पुलिस ने मानवाधिकार को तार तार कर दिया। थाना पट्टी के प्रभारी इंस्पेक्टर तरसेम मसीह ने मीडिया को जानकारी देने के लिए बुलाया। इस मौके आरोपी सुवेश श्रीवास्तव का चेहरा ढकने से मना कर दिया गया। आरोपी ने पुलिस समक्ष ऐसी मनमर्जी का विरोध जताते मानव अधिकारों का हवाला दिया, लेकिन पुलिस ने उसे न तो नकाब दिया और ना ही मुंह ढंकने के लिए को कपड़ा। एसएसपी दर्शन सिंह मान ने कहा कि मामला काफी गंभीर है। जांच करवाई जाएगी।