रिश्वत लेने वाले एएसआइ की संपत्ति व बैंक खातों की जांच शुरू
भिखीविड निवासी किसान मंगल सिंह को दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने के नाम पर सीआइए स्टाफ में तैनात एएसआइ लखविदर सिंह ने 10 हजार की रिश्वत ले ली।
जासं, तरनतारन : भिखीविड निवासी किसान मंगल सिंह को दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने के नाम पर सीआइए स्टाफ में तैनात एएसआइ लखविदर सिंह ने 10 हजार की रिश्वत ले ली। आरोपित को मौके पर विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार किया। उसे शनिवार को अदालत में पेश करके तीन दिन का रिमांड लिया गया है। डीएसपी हरजिदर सिंह ने बताया एएसआइ लखविदर सिंह की संपत्ति व बैंक खातों की जांच शुरू कर दी गई है।
किसान वेलफेयर सोसायटी से संबंधित मंगल सिंह निवासी भिखीविड ने बताया कि कुछ दिन पहले राज कौर ने फोन करके बताया कि उसका घर का झगड़ा चल रहा है। महिला के फोन करने पर वह उसके घर पहुंचा। घर में मौजूद राज कौर ने एक अन्य महिला से मिलकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। महिला ने अपने कपड़े फाड़कर उसकी आपत्तिजनक वीडियो बना ली। थोड़ी देर बाद महिला कांस्टेबल आई। उसके साथ एएसआइ लखविदर सिंह (सिविल वर्दी) भी था। एएसआइ लखविदर सिंह ने किसान मंगल सिंह से एक लाख रिश्वत मांगते हुए कहा कि पैसे न देने पर बदनामी झेलनी पड़ेगी। मंगल सिंह ने आर्थिक हालत का वास्ता देकर 50 हजार रुपये में समझौता कर लिया। वीरवार से एएसआइ लखविदर सिंह की ओर से किसान मंगल सिंह को पैसे लाने के लिए दबाव बनाए जाने लगा। विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी हरजिदर सिंह ने बताया कि किसान मंगल सिंह ने लिखित शिकायत दी। एएसआइ लखविदर सिंह निर्धारित स्थान पर पैसे लेने पहुंचा तो मंगल सिंह ने उसे दस हजार रुपये दिए। उक्त राशि लेते हुए एएसआइ लखविदर सिंह को डीएसपी विजिलेंस ब्यूरो हरजिदर सिंह ने सरकारी गवाह हरजिदर सिंह (एसडीओ वाटर सप्लाई विभाग अमरकोट), जेई अमरजीत सिंह (वाटर सप्लाई विभाग चोहला साहिब) की मौजदूगी में काबू किया।