केंद्र सरकार जानबूझकर मांगों को लगातार कर रही है नजरअंदाज : दुग्गलवाला
कंबाइन संघर्ष कमेटी (पंजाब) की जिला कोर कमेटी की बैठक अनाज मंडी हुई। इस बैठक के दौरान जिला अध्यक्ष परमजीत सिंह दुग्गलवाला ने कहा कि करीब चार माह से किसान व मजदूर दिल्ली के बार्डरों पर तीन कृषि सुधार कानूनों को रद करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, तरनतारन : कंबाइन संघर्ष कमेटी (पंजाब) की जिला कोर कमेटी की बैठक अनाज मंडी हुई। इस बैठक के दौरान जिला अध्यक्ष परमजीत सिंह दुग्गलवाला ने कहा कि करीब चार माह से किसान व मजदूर दिल्ली के बार्डरों पर तीन कृषि सुधार कानूनों को रद करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। दुग्गलवाला ने कहा कि आंदोलन दौरान 300 से अधिक किसान-मजदूर मारे गए हैं परन्तु केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर किसानों की मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान प्रस्ताव पारित किया गया कि जो किसान गेहूं के सीजन के दौरान दिल्ली आंदोलन में गए होंगे, उन किसानों की गेहूं की फसल पहल के आधार पर काटकर मंडी पहुंचाने तक की जिम्मेदारी प्रत्येक कंबाइन मालिक की होगी।
इस मौके पर रंजीत सिंह तेजा सिंह वाला, अमरजोत सिंह दीनेवाल, भाग सिंह कलसिया, बलवंत सिंह अकबरपुरा, गुरिदर सिंह झामका, गुरपाल सिंह पंडोरी, दिलबाग सिंह सभरा, हरपाल सिंह रिका, हीरा सिंह दोदे, बलशेर सिंह, जुगराज सिंह, बाबा सरवन सिंह, निर्मल सिंह ढोटा, रेशम सिंह दर्गापुर, जगीर सिंह खालड़ा, जगतार सिंह ढोटियां, मनजिंदर सिंह मौजूद थे।
जीएसटी नंबर देने की प्रक्रिया में तीव्रता लाई जाए : एडवोकेट अग्निहोत्री : जीएसटी लगने के बाद सरकार ने व्यापारियों को परेशानी बढ़ा दी है। कई व्यापारी जीएसटी नंबर लेने के चक्कर में फंसना ही नहीं चाहते। यदि व्यापारी अपनी मर्जी मुताबिक नंबर लेना चाहते हैं तो एतराज जिताकर उनका आवेदन रद कर दिया जाता है। आवेदन खारिज करने का कोई भी कारण स्पष्ट नहीं किया जाता, जिसके कारण व्यापारी वर्ग में रोष है। यह विचार शहर के वरिष्ठ एडवोकेट आदेश अग्निहोत्री ने व्यक्त किए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जो व्यापारी अपनी मर्जी से जीएसटी नंबर लेना चाहते हैं, उनको तुरंत नंबर दिया जाए।