दो सप्ताह बीेते पर नहीं पता चला कौन थी 'नन्ही परी' की मां
मां को भगवान का दूसरा नाम दिया गया है। परंतु वे कलयुगी मां कौन थी जिसने बेटी को जन्म देकर उसने दो डिग्री तापमान में गांव कमालपुर के खेतों की झाड़ियों में फेंक दिया था।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : मां को भगवान का दूसरा नाम दिया गया है। परंतु वे कलयुगी मां कौन थी, जिसने बेटी को जन्म देकर उसने दो डिग्री तापमान में गांव कमालपुर के खेतों की झाड़ियों में फेंक दिया था। ये सवाल जहां पुलिस की सिरदर्दी बढ़ा रहा है, वहीं सेहत विभाग की कार्यगुजारी पर भी प्रशन चिन्ह पैदा करने वाला है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा हलका खडूर साहिब के अंतर्गत पड़ते गांव कमालपुर के पंच जसवंत सिंह ने 31 दिसंबर की सुबह राह जाते हुए खेतों की झाड़ियों में एक नन्ही परी को पड़े देखा। वह जमीन पर एक नए शाल में लिपटी हुई थी। वह नन्ही परी दो डिग्री टैंपरेचर वाली ठंड में अपनी जान गंवा चुकी थी। थाना सदर की पुलिस ने मासूम को कब्जे में लेकर पहचान के लिए 72 घंटों तक सिविल अस्पताल के शव गृह में रखवाया। आखीर कुछ हाथ न लगा। पुलिस ने नन्ही परी को जन्म देकर फेंकने वाली कलयुगी मां का पता लगाने लिए सेहत विभाग की भी मदद ली। तांजो आशा वर्कर पता लगा सके कि क्षेत्र में वे कौन सी गर्भवती थी, जिसकी डिलिवरी का समय नजदीक था। इस घटना को 15 दिन का समय गुजर चुका है, परंतु सेहत विभाग व पुलिस के हाथ अभी खाली है। थाना सदर प्रभारी इंस्पेक्टर प्रभजीत सिंह कहते है कि मासूम को लावारिस घोषित करते अमृतसर से डीएनए करवा दफना दिया गया था। उन्होंने कहा कि दर्ज की एफआइआर में उस कलयुगी मां का नाम जल्द अंकित किया जाएगा। जिसने जन्म देकर बेटी को मौत के हवाले किया।