गेहूं के संशोधन बीज का ही इस्तेमाल करें : डीसी
कृषि विभाग की ओर से आत्मा स्कीम के सहयोग से रबी की फसलों व कृषि सहायक धंधे की तकनीकी जानकारी देने लिए जिला स्तरीय किसान ट्रेनिग कैंप का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, तरनतारन : कृषि विभाग की ओर से आत्मा स्कीम के सहयोग से रबी की फसलों व कृषि सहायक धंधे की तकनीकी जानकारी देने लिए जिला स्तरीय किसान ट्रेनिग कैंप का आयोजन किया गया। डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह धूरी ने मुख्य मेहमान के तौर पर शिरकत करते हुए कहा कि किसान धान की पराली को आग न लगाएं और कृषि विभाग द्वारा दी गई मशीनरी का प्रयोग करे व पराली प्रबंधन करके पर्यावरण को दूषित होने से बचाए।
ब्लाक समिति पट्टी के चेयरमैन सुखविदर सिंह सिद्धू ने मुख्य मेहमान के तौर पर कैंप में भाग लेते कहा कि ऐसे कैंप लगाने का मकसद किसानों को सहायक धंधे से अवगत करवाना है। उन्होंने कृषि मंत्री रणदीप सिंह को बधाई दी। एफएएसएस के इंचार्ज डा. परमिदर सिंह ने किसानों को घरेलू बगीची लगाने के नुकते सांझे किए और गेहूं की नई किस्मों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। डा. परमिदर कौर ने किसानों को गेहूं के संशोधन किए गए बीज का प्रयोग करने की सलाह दी। क्षेत्रीय खोज केंद्र कपूरथला के डायरेक्टर डा. परमजीत सिंह ने किसानों से कृषि के बारे में जानकारी सांझी की। डीसी कुलवंत सिंह धूरी ने सही ढंग से पराली प्रबंधन करने वाले किसानों को सम्मानित भी किया। मुख्य कृषि अधिकारी डा. जगविदर सिंह ने महकमे की स्कीमों के बारे में किसानों को अवगत करवाया और आए हुए किसानों को धान की पराली को आग न लगाने लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर जिला ट्रेनिग अधिकारी डा. अवतार सिंह बुट्टर, कृषि अधिकारी डा. हरपाल सिंह पन्नू, डा. केवल सिंह, डा. गुरसाहिब सिंह, डा. जसबीर सिंह, डा. कुलदीप सिंह मत्तेवाल, डा. नवतेज सिंह, डा. रुलदा सिंह, एडीओ डा. हरमीत सिंह, एडओ डा. गुरदीप सिंह, डा. रमनदीप सिंह, डा. संदीप सिंह, डा. गुरबीर सिंह, डा. गुरबरिदर सिंह, डा. प्रभसिमरन सिंह, डा. बलविदर सिंह, पीडी आत्मा विक्रम सूद व इंद्रपाल मौजूद थे।