जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आई एनएसयूआइ
कोविड की दूसरी लहर के बीच कई लोगों को काम नहीं मिल रहा है। इसी के तहत जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआइ) ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं।
जासं, तरनतारन : कोविड की दूसरी लहर के बीच कई लोगों को काम नहीं मिल रहा है। इसी के तहत जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआइ) ने अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं।
विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री की प्रेरणा से एनएसयूआइ के हलका अध्यक्ष रितिक अरोड़ा ने प्रदेश अध्यक्ष अक्षय शर्मा की अगुआई में शहर के 470 ऐसे परिवारों की पहचान की है, जिनको लाकडाउन के चलते काम नहीं मिला है। रितिक ने शहर की 25 वार्डो को पांच जोन में बांटा है। इन जोन से संबंधित सदस्यों को साथ लेकर निर्माण कार्य करने वाले, छोटी दुकानों पर नौकरी करने वाले जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया करवाया जा रहा है। रितिक ने बताया कि फिलहाल आटे के 400 बैग जबकि राशन से संबंधित 300 बैग तैयार करवाए हैं। राशन के बैग में चीनी, चाय-पत्ती, सरसों का तेल, साबुन, दाल, नमक शामिल है। जरूरतमंद परिवारों को राशन की किट मुहैया करवाने के लिए उन्हें कतार में खड़ा नहीं किया जाता, बल्कि गली-मोहल्ले में जाकर राशन मुहैया करवाया जा रहा है। यहीं नहीं संगठन की ओर से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में झुग्गी, झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को कापियां, पैंसिलें, वितरित की जा रही है। जबकि एनजीओ संस्था से मिलकर मास्क तैयार करवाए जा रहे है तांजो घर से निकलते समय गरीब परिवारों के लोग भी मास्क पहन सके। दवाइयों की भी करेंगे मदद
रितिक अरोड़ा कहते है कि मिनी लाकडाउन के चलते गरीब वर्ग की आर्थिक हालत बहुत पतली हो चुकी है। ऐसे में बीमार लोगों को इलाज की भी जरूरत है। इलाज के लिए दवाइयों की कमी न रहे, इसके लिए एनएसयूआइ से संबंधित सदस्यों द्वारा अपनी जेब से मदद करने का फैसला किया गया है।