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बेसहारा गोधन के लिए प्रशासन के पास नहीं कोई प्रबंध

। शहरी क्षेत्रों में बेसहारा गोधन के लिए प्रशासन के पास कोई प्रबंध नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 03:45 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 03:45 PM (IST)
बेसहारा गोधन के लिए प्रशासन  
के पास नहीं कोई प्रबंध
बेसहारा गोधन के लिए प्रशासन के पास नहीं कोई प्रबंध

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : शहरी क्षेत्रों में बेसहारा गोधन के लिए प्रशासन के पास कोई प्रबंध नहीं है। यही स्थिति तरनतारन शहर में है। यहां मुरादपुरा फाटक के पास अवैध गोशाला जहां राहगीरों के लिए मुसीबत बनी हुई है वहीं, सरकारी स्कूल के लिए बड़ी समस्या। सबकुछ जानते हुए भी प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा। हालांकि पंजाब सरकार सभी विभागों से काउसेस वसूल रही है, लेकिन बेसहारा गोधन की संभाल के लिए कोई इंतजाम नहीं है।

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मुरादपुरा रेलवे स्टेशन के पास भगवान श्री शनिदेव का मंदिर है। मंदिर के सामने खाली जमीन पर अस्थायी शेड डालकर बेसहारा गोधन के लिए गोशाला बना दी गई है। शहर के लोग गोधन के लिए चारा आदि दे जाते हैं। परंतु शेड की क्षमता से अधिक गोधन हो चुका है। 20 से 35 गाय और बछड़े सड़क पर ही घूमते रहते हैं। गोबर की बदबू के कारण सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल के क्लासरूम की खिड़कियों को बंद करना पड़ता है।

प्रिंसिपल जगविंदर सिंह लहरी कहते हैं कि गोधन की संभाल के नाम पर जो अवैध गोशाला चलाई जा रही है, वह राहगीरों के लिए भी बड़ी समस्या बनी हुई है। विद्यार्थियों और स्टाफ को आने वाली मुश्किल बाबत कई बार प्रशासन के अधिकारियों को लिखा भी जा चुका है। परंतु कोई हल नहीं निकल पाया। आने वाले दिनों में धुंध के दौरान इस क्षेत्र में सड़क हादसों का डर बना हुआ है। इस सड़क से रोजाना गुजरने वाले वाहन चालकों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है। बरसात के दिनों में इस सड़क पर गंदगी बढ़ जाती है। प्रशासन करे गोशाला का प्रबंध

समाज सेवी हरिकृष्ण अरोड़ा, जसविंदर अरोड़ा, सरबजीत सिंह मुरादपुरा, हरजीत सिंह हीरा, गुरजीत सिंह अरोड़ा, पवन मुरादपुरा व मनोज अग्निहोत्री का कहना है कि जिला प्रशासन को चाहिए कि बेसहारा गोधन की संभाल के लिए मुकम्मल प्रबंध करे। बरसात के दिनों में इस गोशाला में गंदगी की भरमार हो जाती है। गोशाला का निर्माण करवाया जाएगा : अग्निहोत्री

विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री कहते हैं कि गोधन की संभाल के लिए सरकारी गोशाला का निर्माण करवाया जाएगा। इस संबंध में डीसी से भी बैठक करेंगे। इस काम शहर के उन लोगों को भी शामिल किया जाएगा, जो गोधन की सेवा में आगे रहते हैं।

रिपोर्ट ली जाएगी : डीसी

डीसी कुलवंत सिंह धूरी कहते हैं कि रेलवे फाटक के पास वाली गोशाला के बारे में रिपोर्ट ली जाएगी। गोधन का ऐसी हालत में रहना ठीक नहीं है। विभिन्न संगठनों को चाहिए कि वह प्रशासन का साथ देकर समस्या का समाधान निकालने के लिए अपनी राय दें। गोशाला का होना बहुत जरूरी है।


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