माडर्न जेल तो पहले ही तैयार, पट्टी को रिसर्च सेंटर की सौगात
कैप्टन अमरिदर सिंह की सरकार के आखिरी बजट पर जिले को कई उम्मीदें थीं। इस पर पानी फिरा दिखाई दे रहा है। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल द्वारा बजट में विधानसभा हलका तरनतारन खेमकरण व खडूर साहिब को नजरअंदाज कर दिया गया।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : कैप्टन अमरिदर सिंह की सरकार के आखिरी बजट पर जिले को कई उम्मीदें थीं। इस पर पानी फिरा दिखाई दे रहा है। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल द्वारा बजट में विधानसभा हलका तरनतारन, खेमकरण व खडूर साहिब को नजरअंदाज कर दिया गया। केवल पट्टी को 24 करोड़ की लागत से भैंसों की रिसर्च के लिए सेंटर की सौगात ही मिली है। इसमें मुर्रा, साहीवाल जैसी भैंसों की नस्ल को बढ़ाने के लिए रिसर्च होगी। इसके अलावा विधानसभा हलका खडूर साहिब के एतिहासिक क्षेत्र गोइंदवाल साहिब में 200 करोड़ की लागत से माडर्न जेल पूर्व की गठबंधन सरकार के दौरान बननी शुरू हुई थी, जो मुकम्मल हो चुकी है। इस जेल के नाम पर वित्त मंत्री ने बस वाहवाही लूटने का प्रयास किया। विधानसभा हलका खेमकरण के विकास के लिए सरकार ने कुछ भी नहीं दिया। हालांकि सरकार द्वारा बजट में शहरी क्षेत्रों में एलईडी लाइटें लगवाने की घोषणा की है, परंतु पांच साल के दौरान जिले का कोई विकास नहीं हुआ। इसके अलावा और कोई प्रोजेक्ट नहीं मिलने से लोगों को निराशा ही हाथ लगी है। जंडियाला रोड पर अंडरपाथ और ट्रामा सेंटर बनाने का वादा पूरा नहीं
दो वर्ष पहले सरकार ने जब बजट पेश किया था तो साढ़े 19 करोड़ की लागत से जंडियाला रोड रेलवे फाटक पर अंडरपाथ बनाने का प्रोजेक्ट मंजूर किया था। ये प्रोजेक्ट शुरू भी नहीं हो पाया। वहीं जिला स्तरीय सिविल अस्पताल में ट्रोमा सेंटर बनाने का वादा भी सरकार का झूठा साबित हुआ है क्योंकि बजट में इस प्रोजेक्ट का जिक्र नहीं है।