नगर कौंसिल चुनाव में कांग्रेस से एक भी दल-बदलू को नहीं मिलेगा टिकट
नगर कौंसिल तरनतारन के होने वाले चुनाव के मद्देनजर तैयारी कर चुकी सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी एक भी दल-बदलू को टिकट नहीं देगी।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन: नगर कौंसिल तरनतारन के होने वाले चुनाव के मद्देनजर तैयारी कर चुकी सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी एक भी दल-बदलू को टिकट नहीं देगी। यह फैसला पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़, स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिदरा के साथ विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री द्वारा हाल में हुई बैठक में लिया गया है। इसके बाद सियासी हवा का रुख बदलकर कांग्रेस के खेमे में जुड़ने वाले दल-बदलुओं को अपने सियासी भविष्य की चिता सताने लगी है।
नगर कौंसिल तरनतारन के चुनाव छह वर्ष बाद होने जा रहे हैं। शहर की वार्डबंदी और हदबंदी बढ़ाने के चक्कर में नगर कौंसिल के चुनाव बाकी शहरों की तरह फरवरी में नहीं हो पाए थे। इसका नोटिफिकेशन लागू होते ही कांग्रेस ने चुनाव की तैयारी मुकम्मल की। शहर के 23 वार्डो को 25 में तबदील किया गया। चुनाव लड़ने के इच्छुकों से आवेदन लेकर हलका विधायक द्वारा चर्चा के लिए टीम का गठन किया गया। विधायक के बेटे डा. संदीप अग्निहोत्री की अगुआई में बनाई गई स्क्रीनिग कमेटी ने 18 वार्डो से प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए थे जबकि सात वार्डो में पेच इसलिए फंस गया था कि इन वार्डो से दल-बदलू टिकट लेने के इच्छुक थे।
सूत्रों की मानें तो कौंसिल चुनाव की पूरी तैयारी होने के बाद विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ व स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म महिदरा के साथ चंडीगढ़ में बैठक की गई। इस मौके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के उस संदेश पर चर्चा हुई, जिसमें जोर दिया गया कि चार वर्ष के दौरान विधानसभा 2017 के चुनाव विजयी बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले वर्करों में से ही किसी को कांग्रेस की टिकट दी जाए। दल-बदलुओं को टिकट देने की नहीं कोई मजबूरी: डा. धर्मबीर
विधायक डा. धर्मबीर अग्निहोत्री कहते हैं कि सियासी हवा का रुख देखते हुए दल-बदलने वालों से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह किनारा करना ही ठीक समझती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास बहुत सारे मेहनती वर्कर है, जिनको पार्षद का चुनाव लड़ाए जाने पर विचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि चार वर्ष के दौरान करवाए गए विकास के मामले में कांग्रेस बहुत मजबूत हो चुकी है। ऐसे में दल-बदलुओं को टिकट देना पार्टी को कमजोर करने के बराबर है।