एसएसएम ने दयालपुरा को बनाया खेमकरण से प्रत्याशी
वर्ष 2006 में गांव दयालपुरा के सरकारी स्कूल से रिटायर्ड होकर मास्टर दलजीत सिंह दयालपुरा किसानों के हित को समर्पित होते हुए जम्हूरी किसान सभा से जुड़ गए।
जासं, तरनतारन : वर्ष 2006 में गांव दयालपुरा के सरकारी स्कूल से रिटायर्ड होकर मास्टर दलजीत सिंह दयालपुरा किसानों के हित को समर्पित होते हुए जम्हूरी किसान सभा से जुड़ गए। आम लोगों के साथ होने वाली धक्केशाही का मुकाबला करने के लिए मास्टर दयालपुरा ने कई आंदोलनों में हिस्सा लिया। उन्हें संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) की ओर से विस हलका खेमकरण से प्रत्याशी बनाया गया है।
मास्टर दलजीत सिंह दयालपुरा शिक्षा विभाग में तैनाती दौरान वर्ष 1978 में अस्थायी मास्टरों को पक्का करवाने के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान बुड़ैल जेल काटी थी। 2006 में रिटायर्ड होने के बाद जम्हूरी किसान सभा से जुड़कर लंबे समय तक सचिव की भूमिका निभाई। तीन वर्ष से वे जिले के अध्यक्ष की जिम्मेदारी देख रहे है। तीनों कृषि कानूनों के विरुद्ध दिल्ली के सिघु बार्डर पर करीब एक वर्ष तक डटे रहे। मास्टर दयालपुरा कहते हैं कि संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) द्वारा उन्हें खेमकरण से प्रत्याशी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उक्त जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाऊंगा।