कलह से असमंजस में हाईकमान, खेमकरण और खडूर साहिब में फंसा पेंच
कांग्रेस पार्टी की ओर से पहली सूची में प्रदेश की 117 में से 86 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन: कांग्रेस पार्टी की ओर से पहली सूची में प्रदेश की 117 में से 86 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। बाकी की 31 सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा शनिवार को होने की उम्मीद थी पर वह ठंडी पड़ गई। जिले में विधानसभा हलका खेमकरण और खडूर साहिब में कांग्रेस की ओर से अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किए गए हैं। इन सीटों पर शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी, संयुक्त समाज मोर्चा द्वारा लगातार चुनाव प्रचार किया जा रहा है। वहीं कांग्रेस के वर्कर अभी प्रत्याशी के इंतजार में हैं। पार्टी में इन हलकों में कलह के कारण ही अभी तक उम्मीदवार नहीं उतारे गए हैं। विधानसभा हलका खेमकरण
एक ही परिवार से तीन दावेदार होने का पंगा, असमंजस में हाईकमान
विधानसभा हलका खेमकरण से 2017 में कांग्रेस के सुखपाल सिंह भुल्लर विधायक बने। उनका अपने बड़े भाई अनूप सिंह भुल्लर (मेंबर जिला परिषद) और पिता गुरचेत सिंह भुल्लर (पूर्व मंत्री पंजाब) के साथ मनुमटाव बढ़ गया। एक तरफ सुखपाल भुल्लर तो दूसरी तरफ पिता-पुत्र अपने स्तर पर चुनावी बैठकें करने लगे। खेमकरण की सीट पर एक ही परिवार के तीन सदस्यों का दावा कांग्रेस हाईकमान के लिए सिरदर्दी बन गया। वल्टोहा, धुन्न और गिल भी हुए सरगर्म
शिअद-बसपा गठबंधन ने विरसा सिंह वल्टोहा को मैदान में उतारा है। वल्टोहा गांवों में चुनावी बैठकें कर रहे हैं। उनको पत्नी पलविदर कौर और बेटे गौरवदीप सिंह वल्टोहा (माझा जोन अध्यक्ष स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन आफ इंडिया) का भी साथ है। ऐसे में चार माह पहले कांग्रेस पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए सरवण सिंह धुन्न भी आप की टिकट पर चुनाव प्रचार तेज कर रहे हैं। शिअद (संयुक्त) की ओर से दलजीत सिंह गिल को प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है, जिन्होंने अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। हलके का नाम : खेमकरण-22
मतदाता की संख्या : 2 लाख 11 हजार 817
पुरुष मतदाता : 1 लाख 10 हजार 417
महिला मतदाता : 1 लाख 1 हजार 390
थर्ड जेंडर : 10
नए वोटर : 1973 (नए पुरुष वोटर : 1958, नए महिला वोटर : 15)
कुल बूथ : 235
पिछले चुनाव में मतदान प्रतिशत : 78.22 प्रतिशत विधानसभा हलका खडूर साहिब
सिक्की की राह में रोड़ा बने सांसद डिपा, बेटे को दिलाना चाहते हैं टिकट
2012 और 2017 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के विधायक बने रमनजीत सिंह सिक्की पर जुलाई 2020 में जहरीली शराब से हुई मौतों का मामला भारी पड़ रहा है। इसे खडूर साहिब के सांसद जसबीर सिंह डिपा हाईकमान के समक्ष उठा रहे हैं। सिक्की के ढाई वर्ष तक गायब रहने का आरोप लगाते डिंपा दावा कर रहे हैं कि वर्कर सिक्की से खफा है। यहां से डिपा अपने बेटे उपदेश गिल को टिकट दिलाना चाहते हैं। इस कारण सिक्की धड़े व कांग्रेस नेताओं में असमंजस का माहौल पैदा हो रहा है। ब्रह्मपुरा के पक्ष में सुखबीर कर चुके है बैठकें
खडूर साहिब से शिअद-बसपा गठबंधन ने पूर्व सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा को चुनावी रण में उतारा है। उनके पक्ष में शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल दो बड़ी बैठकें कर चुके हैं। ब्रह्मपुरा के बेटे रविदर सिंह ब्रह्मपुरा (पूर्व विधायक) भी अपने पिता की जीत के लिए वोटरों से संपर्क कायम कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने युवा नेता मनजिदर सिंह लालपुरा को टिकट दी है। यहां से युवा नेता गुरसेवक सिंह औलख भी आप से टिकट के दावेदार थे। हालांकि वे भी टिकट न मिलने से खफा है। संयुक्त समाज मोर्चा (एसएसएम) ने इस सीट से हरजिदर सिंह टांडा को मैदान में उतारा है। हलके का नाम : खडूर साहिब-24
मतदाता की संख्या : 2 लाख 2 हजार 66
पुरुष मतदाता : 1 लाख 5 हजार 476
महिला मतदाता : 94 हजार 784
थर्ड जेंडर : 6
नए वोटर : 2279 (नए पुरुष वोटर : 2259, नए महिला वोटर : 20)
कुल बूथ : 229
पिछले चुनाव में मतदान: 76.18 प्रतिशत