यूपी, बिहार की तरह प्रदेश के लोग कांग्रेस से करें तौबा: सुखबीर बादल
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बादल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यूपी और बिहार के लोगों ने 25 वर्ष पहले ही कांग्रेस पार्टी का त्याग कर दिया।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बादल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यूपी और बिहार के लोगों ने 25 वर्ष पहले ही कांग्रेस पार्टी का त्याग कर दिया। परंतु पंजाब के लोग कांग्रेस की तीन बार सरकार बना चुके हैं। हालांकि श्री हरिमंदिर साहिब पर हमला करवाने व दिल्ली में दंगे करवाने के लिए यही पार्टी जिम्मेदार है। ऐसे में अगर राज्य के लोगों ने दोबारा कांग्रेस के हाथ सत्ता सौंपी तो सिख कौम के लिए यह ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक गुरुधामों की सेवा संभाल की जिम्मेदारी जिस तरह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पास है, उसी तरह सिख कौम की अगुआई करने वाली पार्टी शिरोमणि अकाली दल है।
विधानसभा हलका खडूर साहिब से शिअद और बसपा के प्रत्याशी रणजीत सिंह ब्रह्मंपुरा के समर्थन में गांव पखोके और करमूवाला में की गई बैठकों के दौरान सुखबीर बादल ने कहा कि पांच बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का अनुभव है कि कांग्रेस पार्टी से कभी भले की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि श्री गुरु हरगोबिद साहिब जी के मीरी-पीरी के सिद्धांत पर चलते हुए धर्म की रक्षा के साथ-साथ सियासी ताकत की भी जरूरत है। इसलिए शिअद के नेताओं ने समय-समय पर अपना खून बहाकर पंजाब और पंजाबियत की रक्षा की है। सुखबीर ने कहा कि चुनाव में शिअद की लड़ाई पंजाबियत को बचाने के लिए है। कैप्टन अमरिदर सिंह ने पांच वर्ष पहले श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर झूठी सौगंध खाकर पंजाब के लोगों को गुमराह किया था। अब पंजाब को लूटने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, आप के संयोजक अरविद केजरीवाल जहां अपनी-अपनी डफली बजा रहे हैं, वहीं दिल्ली में 700 से अधिक किसानों की मौत के लिए जिम्मेदार भाजपा भी मैदान में आने के लिए कैप्टन अमरिदर सिंह के साथ हाथ मिला चुकी है। शिअद अध्यक्ष ने कहा, पार्टी से भगोड़े सुखदेव सिंह ढींडसा से बचकर रहें
सुखबीर ने कहा कि शिअद से भगोड़े सुखदेव सिंह ढींडसा से भी बचकर रहा जाए। इस मौके पूर्व सांसद रणजीत सिंह ब्रह्मंपुरा, पूर्व विधायक हरमीत सिंह संधू, अलविदरपाल सिंह पखोके, गुरबचन सिंह करमूवाला, सुखविदर सिंह झब्बाल, कुलदीप सिंह औलख, हरजिदर सिंह कोहली, गुरिदर सिंह टोनी, अमरीक सिंह पखोके, सतिदरजीत सिंह लाडी मल्लमोहरी, यादविदर सिंह रूड़ेआसल, शम्मी कंग ने सुखबीर बादल को सम्मानित किया।