इस बार बारिश में भी लहराएगी आसमां पर पतंगें
बारिश में लोहड़ी के दिन पतंगबाजों के शौकीनों को निराशा न झेलनी पड़े इसलिए इसबार बाजार में ऐसी पतंगें भी उपलब्ध हैं जो बारिश में भी उड़ाई जा सकती हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : 13 जनवरी को प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना है। बारिश में लोहड़ी के दिन पतंगबाजों के शौकीनों को निराशा न झेलनी पड़े, इसलिए इसबार बाजार में ऐसी पतंगें भी उपलब्ध हैं जो बारिश में भी उड़ाई जा सकती हैं। ये पतंगें बटर पेपर से तैयार की गई हैं। इस बार बड़े आकार की पतंगों को युवा तरजीह दे रहे हैं। सारा दिन बाजारों में पतंगों और डोर की खूब बिक्री होती रही।
काफी समय से पतंगबाज चाइनीज डोर को तरजीह दे रहे थे। प्रशासन की सख्ती व जागरूकता के बाद युवा अब धागे की डोर खरीद रहे हैं। धागे की यह डोर अच्छे ढंग से तैयार करवाने लिए दुकानदारों ने कारीगरों को दो महीने पहले ऑर्डर दे दिए गए थे। धागे की डोर की चरखड़ी व पिन्ने अब बाजार में उपलब्ध हैं।
बाजारों में पतंगों व डोर की तीन दर्जन से अधिक दुकानें लगी है। इस बार कच्चे धागे वाली डोर ज्यादा बिकीं। बरसात के बीच उड़ाई जाने वाली वह पतंगे भी आ गई हैं, जो बटर पेपर पर तैयार की गई है। चाइनीज डोर के कारण बरसात के दिनों में बिजली के करंट के झटके भी लगते रहे हैं।
दुकानदार कश्मीरी लाल, बाऊ लाल, राम सिंह, जतिंदरजीत सिंह टीना ने बताया कि 10 रुपये से लेकर 200 रुपये वाली पतंग बाजार में बिक रही है। अक्खां वाला गुड्डा व डंडे वाली परी की अधिक डिमांड है। साथ ही धागे की डोर की एक चरखड़ी 100 से 500 रुपये में बिक रही है। बटर पेपर से तैयार की गई बड़ी पतंग 50 से 100 रुपये में बिक रही है। पतंग लेने आए युवा रूप इंद्र सिंह, जगजीवनजोत सिंह, राम लाल कपूर, दविंदर कुमार, नवदीप सिंह, महकदीप सिंह, गुलजार सिंह, प्रीतइंद्र सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि इस बार चाइना डोर से पतंग नहीं उड़ाएंगे, बल्कि धागे की डोर से बटर पेपर वाली पतंग का आनंद लिया जाएगा।